अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2024: पीएम मोदी और बाबा रामदेव ने भारत भर में योग समारोह का नेतृत्व किया

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2024: पीएम मोदी और बाबा रामदेव ने भारत भर में योग समारोह का नेतृत्व किया

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2024: पीएम मोदी और बाबा रामदेव ने भारत भर में योग समारोह का नेतृत्व किया

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2024: पीएम मोदी और बाबा रामदेव ने किया विशाल योग समारोह का आयोजन

21 जून 2024 का दिन भारतीय संस्कृति में नई उमंग और जोश लेकर आया, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का नेतृत्व किया। इस बार का योग दिवस अद्वितीय था, क्योंकि पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर स्थित शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में योग का प्रदर्शन किया। मोदी जी ने न केवल योग के विभिन्न आसनों का प्रदर्शन किया, बल्कि विश्वभर में योग के महत्व पर भी प्रकाश डाला।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि योग किस प्रकार शारीरिक और मानसिक सेहत को बढ़ावा देता है और दुनिया भर में लोगों को एकजुट करता है। योग की इस विधा ने अद्वितीय रूप से भारत की सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक स्तर पर पहुँचाने का काम किया है। इसमें केवल शरीर को स्वस्थ रखने की विधि नहीं है, बल्कि मानसिक शांति और संबंधों को मजबूत बनाने की भी शक्ति है।

रामलीला मैदान का विशाल योग सत्र

दिल्ली के रामलीला मैदान में भी एक भव्य आयोजन हुआ, जिसमें हजारों लोगों ने भाग लिया। इस आयोजन का नेतृत्व बाबा रामदेव ने किया, जो योग के एक प्रमुख आयकन हैं। बाबा रामदेव ने अपने विशिष्ट अंदाज में लोगों के साथ योग के विभिन्न आसनों का अभ्यास कराया और योग के कई लाभों की जानकारी दी। इस कार्यक्रम में युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक हर उम्र के लोग उपस्थित थे और सभी ने उत्साहपूर्वक इस सत्र में भाग लिया।

देशभर के अन्य शहरों में भी इसी प्रकार के आयोजन किए गए। मुंबई, ऋषिकेश, वाराणसी, और अनेक महानगरों में लोगों ने सामूहिक रूप से योग किया। ऋषिकेश का स्थान भी इस मामले में महत्वपूर्ण रहा, जहाँ पर हरिद्वार और ऋषिकेश के घाटों पर अनेक भक्तों और योग प्रेमियों ने मिलकर योग के विभिन्न आसनों का अभ्यास किया।

योग का महत्व और उसकी उपयोगिता

पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि योग केवल शरीर को नहीं बल्कि मन को भी शांति प्रदान करता है। यह एक ऐसी विधा है, जो आपको अपने आपसे जोड़ती है और आपके भीतर नई ऊर्जा के संचार का माध्यम बनती है। योग करने से तनाव दूर होता है, स्फूर्ति बढ़ती है और मन प्रसन्न रहता है।

योग की यह परंपरा केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज और देश को भी मजबूत बनाती है। एक स्वस्थ व्यक्ति ही समाज और देश के लिए उपयोगी हो सकता है। इसलिए पीएम मोदी ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे अपने दैनिक जीवन में योग को अपनाएं और इसे एक आदत बना लें।

योग दिवस के भव्य आयोजन

इस विशेष अवसर पर विभिन्न योग प्रदर्शन, कार्यशालाएँ, और प्रदर्शनियों का आयोजन किया गया। विभिन्न शहरों में योग गुरुओं ने अपने-अपने अनुयायियों को योग के महत्व के बारे में बताया और उन्हें शब्दशः अभ्यास कराया। इन आयोजनों में कला, संस्कृति, और योग के नए-पुराने तरीकों का मिश्रण देखने को मिला।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस केवल एक उत्सव नहीं है, बल्कि यह भारत की अद्वितीय सांस्कृतिक परंपरा का विश्वमंच पर प्रदर्शन भी है। इसके माध्यम से न केवल भारतीय संस्कृति को विश्व भर में प्रसारित करने का मौका मिलता है, बल्कि यह भी साबित होता है कि योग एक सार्वभौमिक विधा है, जो किसी एक देश या संस्कृति की संपत्ति नहीं है बल्कि समस्त मानवता की है।

इस आयोजन के माध्यम से भारत ने अपने सांस्कृतिक और योगिक परंपराओं का विश्वमंच पर एक बार फिर से अद्भुत प्रदर्शन किया है। यह दिन न केवल शरीर और मन को तंदरुस्त बनाने का था, बल्कि विश्व में शांति, सहयोग, और आपसी समझ को भी बढ़ाने का दिवस था।

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