भारतीय बाजार में आज के उतार-चढ़ाव: विस्तृत एनालिसिस

भारतीय बाजार में आज के उतार-चढ़ाव: विस्तृत एनालिसिस

भारतीय बाजार में आज के उतार-चढ़ाव: विस्तृत एनालिसिस

भारतीय बाजार का हाल

भारतीय शेयर बाजार में 10 अक्टूबर, 2024 को उल्लेखनीय गतिविधियां दर्ज की गई। इस दिन व्यापार में कुछ विशेष ट्रेंड देखे गए। प्रमुख सूचकांक, जैसे कि सेंसेक्स और निफ्टी, हल्की गिरावट के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 64,455.45 अंक पर बंद हुआ, जो पिछले दिन की तुलना में 0.19% नीचे था। इसी प्रकार, निफ्टी 19,123.50 पर बंद हुआ, जिसमें 0.20% की गिरावट रही। इन दोनों प्रमुख सूचकांकों की तुलना में, मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों ने भी मामूली गिरावट देखी।

सेक्टर आधारित प्रदर्शन

यदि हम विभिन्न क्षेत्रों पर ध्यान दें, तो निफ्टी आईटी और निफ्टी फार्मा में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई। इसमें 0.44% और 0.42% की गिरावट रही। इसके विपरीत, मेटल और रियल एस्टेट सेक्टर में सकारात्मक परिणाम दिखाई दिए। द्वितीय श्रेणी के सूचक, निफ्टी मेटल और निफ्टी रियल्टी क्रमशः 0.24% और 0.21% तक बढ़े।

संपूर्ण स्टॉक्स और उनके प्रभावित कारक

कुछ विशेष कंपनियों के शेयर्स ने दिन भर बाजार में बढ़िया प्रदर्शन किया। टाटा मोटर्स, जिन्होंने सितंबर 2024 की तुलना में घरेलू बिक्री में 22% वृद्धि की, के शेयर्स में 1.03% की वृद्धि दर्ज की गई। वहीं दूसरी ओर, मारुति सुजुकी इंडिया के शेयर्स में 0.92% की गिरावट दर्ज की गई, क्योंकि कंपनी ने अपने वाहनों की कीमतों में वृद्धि की घोषणा की थी।

वैश्विक बाजारों की स्थिति

अंतरराष्ट्रीय बाजार भी अपेक्षाकृत कमजोर रहे। यूएस डाऊ जोन्स फ्यूचर्स 0.15% की कमी के साथ समाप्त हुआ, जबकि एसएंडपी 500 फ्यूचर्स 0.16% तक नीचे रहे। एशियाई बाजारों में, जापान का निक्केई 225 और चीन की शंघाई कंपोजिट क्रमशः 0.23% और 0.25% की गिरावट के साथ बंद हुए।

आर्थिक संकेतक

आर्थिक स्थिति का मूल्यांकन करने पर पाया गया कि भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 0.15% कम होकर 82.4550 पर बंद हुआ। इसके साथ ही, 10-वर्षीय सरकारी बॉन्ड की यील्ड 7.475% से बढ़कर 7.482% हो गई।

विशेषज्ञों की राय

विश्लेषकों का कहना है कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और ऑनगोइंग अर्निंग सीजन के चलते भारत के बाजार निकट भविष्य में अस्थिर रह सकते हैं। रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की हाल की मौद्रिक नीति समीक्षा जिसमें रेपो रेट को 6.50% पर अपरिवर्तित रखा गया है, इसे बाजारों के लिए सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा रहा है।

अन्य नवीनतम समाचार

भारतीय सरकार ने भारतीय तेल निगम (IOC) में 10% हिस्सेदारी बेचने की योजना की घोषणा की है, जो मौजूदा वित्तीय वर्ष के भीतर ऑफर फॉर सेल (OFS) के माध्यम से किया जाएगा। इस कदम ने भी निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है और उद्योग पर इसके प्रभाव का आकलन किया जा रहा है।

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