Meerut Weather 16 जून: बादल छाए रहेंगे, उमस से राहत नहीं
मेरठ में 16 जून का मौसम: गर्मी के साथ बादल और उमस
साल का यही वक्त है जब उत्तर प्रदेश के मेरठ में मौसम का मिजाज बदलता हुआ नजर आता है। इस बार 16 जून 2025 को सुबह से ही बादल छाए रहने के अनुमान हैं। गर्मी कम नहीं होगी—दिन का पारा 36 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है, जबकि रात में तापमान थोड़ा राहत देते हुए 29 डिग्री तक रहेगा। आमतौर पर जून की शुरुआत में ऐसा ही मौसम देखने को मिलता है, लेकिन इस बार खास बात यह है कि आसमान में घने बादल घिरे रहने के बावजूद बारिश के आसार बिल्कुल नहीं बन रहे।
हवा में नमी का स्तर यानी ह्यूमिडिटी 77% के करीब बना रहेगा। यही वजह है कि बाहर निकलने वाले लोगों को चिपचिपी गर्मी का अहसास ज्यादा होगा। हालांकि, विशेषज्ञ मानते हैं कि जब तक बारिश नहीं होती, उमस से राहत मिलना मुश्किल है। मौसम विभाग के आंकड़े बताते हैं कि बारिश की संभावना शून्य प्रतिशत है, यानी छाते या रेनकोट की आज जरूरत महसूस नहीं होगी।
सूरज-छांव का खेल, UV का खतरा बहुत कम
सुबह का सूरज 5:20 बजे उग जाएगा, जो देर शाम 7:19 बजे अस्त होगा। दिन भर हल्की धूप के साथ बादलों की ओट भी बनी रहेगी। खास बात है कि इस दिन UV इंडेक्स शून्य दर्ज किया गया है। इसका मतलब है, आपको धूप में झुलसी त्वचा या सनबर्न जैसी परेशानी की चिंता करने की जरूरत नहीं। जो लोग बच्चों या बुजुर्गों को लेकर बाहर जाते हैं, उनके लिए यह असामान्य राहत की बात है।
एक नजर अगले दिन यानी 17 जून की तरफ भी डाली जाए तो तापमान में हल्की गिरावट दिखेगी। दिन में अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 26 डिग्री रहने की संभावना है। धीरे-धीरे शहर का मौसम थोड़ा राहत देने वाला हो रहा है, लेकिन बारिश अभी भी दूर है।
गौर करने वाली बात यह भी है कि इस समय फसलों और खुले में काम करने वाले मजदूरों के लिए मौसम में बदलाव राहत की जगह परेशानी बन सकता है। बादल छाए रहने से खेतों को सीधी धूप नहीं मिलती, जबकि हवा में बढ़ी नमी से असहजता बनी रहती है। शहर के हिसाब से देखें तो भारी ट्रैफिक और भीड़ में यह मौसम लोगों को और परेशान कर सकता है।
अगर आप मेरठ में हैं तो फिलहाल Meerut weather से जुड़ी तैयारी बिना छाता, लेकिन हल्के और ढीले कपड़ों के साथ करें, क्योंकि पसीना आना तय है। अभी के लिए राहत इतनी ही है कि अति तेज धूप की भी फिक्र न करें।
6 टिप्पणि
rudraksh vashist
जून 16 2025बादल तो छाए हुए हैं पर पसीना तो बह रहा है... ये उमस वाली गर्मी तो बस जिंदगी का एक नया टेस्ट है। कपड़े ढीले पहनो, पानी पियो, और घर में ही बैठ जाओ। बारिश आएगी तभी राहत मिलेगी।
Archana Dhyani
जून 18 2025मुझे तो ये सब लिखने वाले लोग बहुत परेशान कर देते हैं-जैसे कि बादल छाए हुए हैं तो ये अच्छी बात है? अरे भाई, बादल तो बारिश का इंतज़ार कर रहे हैं, न कि आपकी त्वचा का बचाव। ये 77% ह्यूमिडिटी और 36°C का कॉम्बिनेशन तो एक लाइव हीट स्ट्रोक सिमुलेशन है। कोई अपनी त्वचा को नहीं बचाएगा, तो ये लेख तो बस एक फिल्म की स्क्रिप्ट है।
Sahaj Meet
जून 19 2025मेरठ में ऐसे दिनों में घर के बाहर निकलने के बजाय चाय के साथ बैठकर गाने सुनना ही बेहतर होता है। बादल छाए हुए हैं, धूप नहीं है, पर फिर भी एक चिपचिपाहट है... ये तो बस उत्तर प्रदेश की गर्मी का असली रूप है। बारिश आएगी तभी जिंदगी जीने का मजा आएगा।
Madhav Garg
जून 20 2025UV इंडेक्स शून्य है ये बात अच्छी है, लेकिन ये बात भूल जाते हैं कि ह्यूमिडिटी और तापमान का कॉम्बिनेशन बहुत ज्यादा तनावपूर्ण होता है। लोग धूप से बच रहे हैं, पर उमस से नहीं। ये तो एक धोखा है। जिन लोगों को बच्चे या बुजुर्ग हैं, उन्हें तो घर में ही रहना चाहिए।
Sumeer Sodhi
जून 21 2025क्या ये लेख बारिश के लिए इंतज़ार कर रहा है या लोगों को गर्मी में बेचारा बनाने के लिए लिखा गया है? बादल छाए हुए हैं, तो उमस कम होनी चाहिए, न कि बढ़े। ये जो लोग बाहर निकलते हैं, वो तो बस अपनी त्वचा को नुकसान पहुंचा रहे हैं। और फिर डॉक्टर के पास जाते हैं कि 'मुझे बहुत थकान हो रही है'। बस घर में बैठ जाओ, फ्रिज के पास।
Vinay Dahiya
जून 21 2025बादल छाए हुए हैं, धूप नहीं है, UV शून्य है, लेकिन फिर भी तापमान 36°C? ये तो बस मौसम विभाग का गलत डेटा है... या फिर ये लोग बस लोगों को गर्मी में भागने के लिए तैयार कर रहे हैं। बारिश नहीं होगी, तो ये सब बातें बस एक लंबी गलतफहमी है।