Mohammed Siraj की शानदार वापसी: रणजी ट्रॉफी में प्रदर्शन से टीम इंडिया में वापसी की उम्मीद
मोहम्मद सिराज ने रणजी ट्रॉफी में छाप छोड़ी
कुछ वक्त पहले तक मोहम्मद सिराज टीम इंडिया के हर फॉर्मेट में मुख्य गेंदबाज़ों की कतार में गिने जाते थे, लेकिन लिमिटेड ओवर्स टीम से बाहर होने के बाद उन पर चौतरफा चर्चा होने लगी। हैदराबाद की ओर से रणजी ट्रॉफी के सातवें राउंड में विदर्भ के खिलाफ नागपुर के VCA सिविल लाइन्स ग्राउंड पर सिराज ने दोबारा मैदान पकड़ा। सिराज के प्रदर्शन पर सभी की नजर थी, क्योंकि उन्होंने खुद कहा है कि वह टीम इंडिया वापसी के लिए अपनी फॉर्म पुख्ता करना चाहते हैं।
हैदराबाद ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी और सिराज ने शुरुआती ओवरों से ही सधी हुई लाइन-लेंथ के साथ गेंद थाम ली। सिराज ने कुल 18 ओवर फेंके, जिनमें 7 मेडन ओवर रहे। उन्होंने सिर्फ 47 रन दिए, यानि करीब 2.61 की बेहद कसी हुई इकॉनामी रेट से गेंदबाजी की। उतने ओवर डालने वाले बॉलर्स में वे सबसे किफायती रहे। विरोधी टीम के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले हर्ष दुबे का अहम विकेट भी सिराज ने झटका, जिससे विदर्भ की पारी को अच्छी शुरुआत नहीं मिल पाई।
गेंद के बाद बल्ले से भी चमके सिराज
सिराज का पूरा ध्यान सिर्फ गेंदबाजी पर नहीं रहा। मैच की दूसरी पारी में जब हैदराबाद को हर रन की जरूरत थी, सिराज 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे। उन्होंने 14 गेंदों पर ही 26 रन ठोक दिए। इस छोटी सी पारी में 3 चौके और 2 छक्के शामिल रहे, जिससे फैंस हैरान रह गए। सिराज आमतौर पर अपनी गेंदबाजी के लिए चर्चा में रहते हैं, मगर इस मैच में उन्होंने ऑलराउंड हुनर दिखाया।
हैदराबाद के लिए सिराज का यह लाजवाब प्रदर्शन उनके भविष्य के लिए काफी मायने रखता है। जो खिलाड़ी हाल ही में टीम इंडिया की वनडे और टी20 टीम से बाहर किया गया हो, उसके लिए घरेलू क्रिकेट ही सबसे मजबूत प्लेटफॉर्म होता है। सिराज ने उस मौके को दोनों हाथों से लपक लिया। खासकर ऐसे समय में जब भारतीय टीम में तेज गेंदबाजों के लिए मुकाबला बढ़ता जा रहा है, सिराज का ये प्रदर्शन चयनकर्ताओं के लिए सीधा संदेश है कि वह अभी लेहरों को मात देने का माद्दा रखते हैं।
अब देखना ये होगा कि सिराज की यह लय और जोश उन्हें दोबारा भारत के व्हाइट-बॉल टीम का हिस्सा बना पाते हैं या नहीं। लेकिन इतना तो तय है कि उन्होंने घरेलू सत्र में जबरदस्त वापसी की है, और ऐसे मौके पर उनकी बदौलत हैदराबाद को मजबूती मिल गई। सिराज ने साफ कर दिया है—टीम इंडिया की सीमित ओवरों की टीम में जगह पाने के लिए उनमें अभी भी भूख बाकी है।