ग्लेन मैक्सवेल – ऑस्ट्रेलिया के खेलते‑खेलते स्टार
ग्लेन मैक्सवेल का नाम सुनते ही कई लोगों को याद आता है वह जुगाड़ से भरपूर, अनपेक्षित शॉट्स मारने वाला बल्लेबाज। उन्होंने छोटे‑छोटे मौकों को बड़े जीत में बदल दिया है। अगर आप क्रिकेट के फैंस हैं तो उनका खेल देखना कभी बोर नहीं कराता।
सिडनी में जन्मे ग्लेन ने बचपन से ही गेंद को रोक‑टोक से नहीं, बल्कि रचनात्मक ढंग से खेला। स्कूल की बेस्ट प्लेयर सूची में उनका नाम अक्सर आया। इस आत्मविश्वास ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कदम रखने के लिये तैयार किया।
करियर की मुख्य पड़ाव
मैक्सवेल ने 2012 में ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट डेब्यू किया, लेकिन वह T20 और ODI फॉर्मेट में ही सच्चे हीरो बन पाए। 2015 विश्व कप में उनका तेज़ फिनिश और 2016 में बांग्लादेश के खिलाफ 73* का इनोवेटिव इंक्रीजिंग स्कोर ने उन्हें विश्व भर में पहचान दिलाई।
उनकी सबसे बड़ी ताकत उनका हाइब्रिड खेल है – बैटिंग और ऑलराउंडिंग दोनों में। बॉलिंग में वे बाथिंग डिवीजन से घुमाते हैं, जिससे विरोधियों को प्रेशर महसूस होता है। कई मैचों में उनका 3/45 का बॉलिंग फिगर टीम को जीत दिला चुका है।
IPL में ग्लेन की धमाकेदार प्रस्तुतियां
भारतीय प्रीमीयर लीग में ग्लेन ने कई टीमों के साथ खेला, पर सबसे यादगार उनका रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के साथ था। 2018 में उन्होंने 50* की तेज़ पांती के साथ मैच को फिर से खोल दिया। उनका ‘क्लैश मैन’ टैग यहाँ पूरी तरह फिट बैठता है।
जब भी टीम को जड़ता का सामना करना पड़ता, ग्लेन का ‘ग्लेन इफेक्ट’ शुरू हो जाता – चाहे वह एक तेज़ सिंगल, दो डबल या एक चौका‑छक्का का मिश्रण हो। हर ऑवर में उनका अस्थिर अंदाज़ विपक्षी को हिलाकर रख देता।
क्लाइंबिंग स्ट्रैटेजी पर उनका नज़र भी खास है। वे साक्षी देते हैं कि कब रिफ़रेंस शॉट मारना है और कब रक्षात्मक खेलना है। यही कारण है कि वैसे भी एक विफलता में वे टीम को फिर से उभारा सकते हैं।
इन्हीं कारणों से कई ब्रॉडकास्टर्स कहते हैं, ‘ग्लेन मैक्सवेल को रखने से आपकी टीम में अनिश्चितता कम नहीं, बल्कि रोमांच बढ़ता है’। उनका खेलने का स्टाइल युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा देता है।
भविष्य की बात करें तो ग्लेन अभी भी अपने शारीरिक फिटनेस को सुधरने में लगे हैं। उनका लक्ष्य है अधिक ऑवर बैटिंग और कम्फर्टेबल बॉलिंग – इससे उन्हें टेस्ट में भी दोहरी भूमिका निभाने का मौका मिलेगा।
यदि आप अभी भी इस खिलाड़ी को नहीं जानते, तो एक बार उसका हाइलाइट रील देखिए। आप देखेंगे कि कैसे एक शॉट में तीन बाउंड्री और एक सिंगल एक साथ चलते हैं। इस तरह के खेल में ही ग्लेन मैक्सवेल का जादू है।
आखिर में, उनका करियर हमें सिखाता है कि असामान्य सोच और आत्मविश्वास से कबूतर भी बाज़ बन सकता है। चाहे वह अंतरराष्ट्रीय मैदान हो या IPL की चमक‑दमक, ग्लेन हमेशा अपने ‘क्लैश मोमेंट’ के साथ आगे बढ़ते हैं।
ऑस्ट्रेलिया ने पहले टी20 मैच में पाकिस्तान को 29 रनों से पराजित किया। बारिश के कारण मैच को सात ओवरों तक सीमित किया गया। ग्लेन मैक्सवेल के 43 रनों की अहम पारी से ऑस्ट्रेलिया ने 93/4 का स्कोर खड़ा किया, जबकि पाकिस्तान की टीम 64/9 तक ही पहुंच सकी। हालिया वनडे सीरीज़ में जीत के बाद पाकिस्तानी टीम टी20 में संघर्ष कर रही है। इस जीत से ऑस्ट्रेलिया ने तीन मैचों की सीरीज़ में 1-0 की बढ़त हासिल की।
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