सीक्वल फिल्म – क्या आप तैयार हैं?
सीक्वल फिल्म वो होती है जो पहले की कहानी को आगे ले जाती है या फिर वही किरदारों के साथ नई दास्तान पेश करती है। कई बार लोग पहले वाली फिल्म की यादों में जीते हैं, इसलिए सीक्वल देखना एक खास मज़ा बन जाता है। यहाँ हम आपको बताएँगे कब और क्यों बनती हैं ये फ़िल्में, और कौन‑से सीक्वल अभी चर्चित हैं।
सीक्वल बनते हैं कई कारणों से – चाहे कहानी का खुला अंत हो, या हीरो‑हीरोइन की लोकप्रियता बहुत ज़्यादा हो। प्रोड्यूसर अक्सर समझते हैं कि पिछले हिट का फ़ॉर्मूला दोबारा काम करेगा, इसलिए वही टेम्पलेट दोहराते हैं। कभी‑कभी नया टेक्नोलॉजी या बड़े बजट से पहले की कहानी को फिर से पेश कर दिया जाता है, जिससे दर्शक दोबारा सिनेमा में आएँ।
पर हर सीक्वल सफल नहीं होती। अगर कहानी में नया मोड़ नहीं है, या किरदार वही पुराने ढंग से दिखते हैं, तो दर्शकों की रूचि घट सकती है। इसलिए सफल सीक्वल अक्सर नई थीम, तेज़ pacing और बेहतर विजुअल इफ़ेक्ट्स पर ध्यान देते हैं। इस टैग पेज पर हम ऐसे ही कुछ लोकप्रिय सीक्वल की बात करेंगे।
लोकप्रिय हिंदी सीक्वल फिल्में
जैसे “शिरकाबा” की कहानी को “शिरकाबा 2” ने आगे बढ़ाया, या “केसरी तले” का “केसरी तले 2” ने नई कहानी से दर्शक को जोड़ा। हाल ही में “अंदाज़ ए दिल” का दूसरा भाग बॉक्स ऑफिस पर चमका, जबकि “जुड़े रहो” ने पहले की मज़ेदार कहानी को एक्शन से भर दिया। इन फ़िल्मों ने न सिर्फ रिवेन्यू बढ़ाया, बल्कि सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा बिखेरी।
बॉक्स ऑफिस आंकड़े दिखाते हैं कि अगर पहले पार्ट ने 150 करोड़ कमाए हैं, तो दूसरा पार्ट अक्सर 180‑200 करोड़ तक पहुंचता है। लेकिन ऐसा हमेशा नहीं होता; “वायर” जैसी फ़िल्म ने पहली भाग से कमाई तो कम करके भी आलोचनात्मक संगतता हासिल की। इसलिए आंकड़ों को देख कर ही फैसला नहीं लेना चाहिए, बल्कि कहानी और एक्टिंग को भी देखना चाहिए।
सीक्वल चुनते समय ध्यान देने योग्य बातें
पहले तो प्रीव्यू ट्रेलर देखें – अगर ट्रेलर में नई कहानी का इशारा है, तो फ़िल्म में कुछ नया मिलने की संभावना बढ़ती है। दूसरे, मुख्य कलाकारों की रसायन को देखें – यदि वही टीम बनी रहती है, तो आप उम्मीद कर सकते हैं कि वही एन्जॉयमेंट मिलेगा। तीसरा, समीक्षकों और दर्शकों की शुरुआती प्रतिक्रिया पर ध्यान दें; अक्सर पहली हफ़्ते की रेटिंग आपके फ़ैसले में मदद करती है।
आपके पास समय कम है तो टिकट बुक करने से पहले ऑनलाइन रिव्यू पढ़ें। अगर कई लोग कहते हैं कि कहानी दोहरावपूर्ण है, तो शायद दूसरे फ़िल्म की ओर देखना बेहतर रहेगा। लेकिन अगर कहा जाता है कि एक्शन, संगीत और विज़ुअल इफ़ेक्ट्स पूरे पहाड़ हैं, तो यह फ़िल्म आपके मनोरंजन के लिए सही चुनाव हो सकती है।
अंत में, सीक्वल फ़िल्में अक्सर आपके पसंदीदा किरदारों को दोबारा देखने का मौका देती हैं। जब तक आप कहानी और प्रोडक्शन क्वालिटी को ध्यान में रखते हैं, तो हर सीक्वल आपके लिए एक नया अनुभव बन सकता है। तो अगली बार जब आप सिनेमा हॉल या स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म पर सीक्वल फ़िल्म देखें, तो इन टिप्स को ज़रूर याद रखें।
2006 की फ़िल्म द डेविल वियर्स प्राडा के सीक्वल की शुरुआती तैयारी डिस्नी में हो रही है। कहानी मिरांडा प्रीस्टली पर केंद्रित है, जिसका किरदार मेरिल स्ट्रीप ने निभाया था। फिल्म में प्रीस्टली को अपने पूर्व सहायक एमिली चार्ल्टन से मुकाबला करना पड़ता है। फिल्म का निर्देशन लॉरेन वीसबर्गर की बेस्टसेलर किताब पर आधारित है।
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