लिडिया को ने ओलंपिक गोल्ड जीता, एलपीजीए हॉल ऑफ फेम के लिए क्वालीफाई किया
लिडिया को की शानदार विजय
न्यूजीलैंड की 27 वर्षीय गोल्फ़र लिडिया को ने 2024 पेरिस ओलंपिक में अपने जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि हासिल की। उन्होंने गोल्ड मेडल जीतकर अपने ओलंपिक मेडल संग्रह को पूरा कर लिया है। यह विजय न केवल उनके करियर की सबसे महत्वपूर्ण सफलता है, बल्कि इससे उन्होंने एलपीजीए हॉल ऑफ फेम के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है।
कालिंद के मैदान पर निर्णायक पलों में जीत
को ने सेंट-क्वेंटिन-एन-यवलीन्स, फ्रांस के ले गोल्फ नेशनल में खेलते हुए पांच शॉट की बढ़त बनाई। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वियों ने इस बढ़त को बंद करने की कोशिश की, परन्तु को ने अंततः 1-अंडर 71 के साथ दो शॉट की जीत दर्ज की। इस निर्णायक पल में, को ने 7 फुट का बर्डी पुट मारकर अपनी जीत सुनिश्चित की।
पहले भी ओलंपिक में दिखाया है दम
लिडिया को का ओलंपिक करियर काफी चमकदार रहा है। इससे पहले, उन्होंने रियो डि जेनेरो में सिल्वर और टोक्यो में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। इस गोल्ड मेडल ने उनके ओलंपिक करियर को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है।
एलपीजीए हॉल ऑफ फेम में क्वालीफाई
को की इस जीत के साथ, उनका करियर कुल 27 पॉइंट्स पर पहुंच गया है, जो एलपीजीए हॉल ऑफ फेम में शामिल होने के लिए आवश्यक है। इस उपलब्धि ने उन्हें गोल्फ की दुनिया में और प्रतिष्ठा दिलाई है।
प्रतिद्वंदियों की कोशिशें रही नाकाम
जर्मनी की एस्थर हेंसेलिट ने 66 के साथ सिल्वर मेडल जीता, जबकि चीन की जियु लिन ने 69 के साथ ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। को की उत्कृष्टता और संतुलित खेल ने उन्हें इन प्रतिद्वंदियों से ऊपर रखा।
लंबे समय से समर्पण
को का गोल्फ करियर बहुत ही प्रेरणादायक रहा है। उन्होंने 15 वर्ष की आयु में अपना पहला एलपीजीए खिताब जीता और 17 वर्ष की आयु में दुनिया की नंबर 1 गोल्फर बन गई। इस साल की शुरुआत में एक और जीत दर्ज करने के बाद, वह हॉल ऑफ फेम से केवल एक पॉइंट दूर थीं। इस ओलंपिक सफलता ने उन्हें इस महत्वपूर्ण लक्ष्य तक पहुंचा दिया।
आगे की योजनाएँ
अपनी इस उत्कृष्ट जीत के बाद, को अभी भी प्रतिस्पर्धा करना चाहती हैं। उनके आने वाले इवेंट्स में एआईजी विमेंस ओपन और विमेंस स्कॉटिश ओपन शामिल हैं। यह देखना बाकी है कि को अपने करियर में और क्या उपलब्धियां हासिल करती हैं।
| खिलाड़ी | देश | स्कोर | मेडल |
|---|---|---|---|
| लिडिया को | न्यूजीलैंड | 1-अंडर 71 | गोल्ड |
| एस्थर हेंसेलिट | जर्मनी | 66 | सिल्वर |
| जियु लिन | चीन | 69 | ब्रॉन्ज |
18 टिप्पणि
Antara Anandita
अगस्त 11 2024लिडिया को का ये जीत सिर्फ एक मेडल नहीं, बल्कि एक प्रेरणा है। उन्होंने 15 साल की उम्र में शुरुआत की और आज हॉल ऑफ फेम में जगह बना ली। ये लगन, लगातार मेहनत और अटूट विश्वास की कहानी है।
ashish bhilawekar
अगस्त 13 2024भाई ये लड़की तो बस गोल्फ नहीं खेल रही, वो इतिहास बना रही है! एक छोटी सी बॉल के साथ दुनिया को दिखा दिया कि असली जीत तो दिल से आती है। बहुत बढ़िया किया लिडिया!
Vinay Dahiya
अगस्त 13 2024हाँ, बहुत बढ़िया... लेकिन क्या आपने देखा कि उनका लास्ट शॉट कितना अनिश्चित था? वो बर्डी पुट तो बिल्कुल लकी शॉट था। अगर वो फेल हो जाता, तो आज का जश्न कहाँ होता? खेल में भाग्य भी बहुत बात करता है।
Priyanshu Patel
अगस्त 14 2024इतनी मेहनत के बाद ये जीत बस इतनी ही नहीं... ये तो उसकी आत्मा की आवाज़ है। जिंदगी में कभी हार मत मानो, लिडिया ने ये सब कुछ साबित कर दिया। 🙌
Sumeer Sodhi
अगस्त 15 2024हॉल ऑफ फेम में जाने के लिए 27 पॉइंट्स? ये नियम किसने बनाया? अगर ये सब सिर्फ पॉइंट्स का खेल है, तो ये हॉल ऑफ फेम तो एक बुककीपर का नोटबुक बन गया। गोल्फ की जान तो भावनाएँ हैं, न कि डेटा।
Kamal Singh
अगस्त 16 2024लिडिया को के जीतने का मतलब सिर्फ गोल्ड मेडल नहीं, बल्कि ये है कि एक लड़की ने दुनिया को दिखाया कि लगन और शांति से काम लेने से क्या हो सकता है। वो जितनी शांत खेलती हैं, उतनी ही ताकतवर हैं।
Jasmeet Johal
अगस्त 17 2024गोल्ड मेडल तो हर कोई जीतता है लेकिन हॉल ऑफ फेम तभी जाता है जब तुम दुनिया को भूल जाने दो
indra maley
अगस्त 17 2024क्या ये जीत सिर्फ एक खिलाड़ी की नहीं, बल्कि एक पीढ़ी की उम्मीद है? जब एक लड़की अपनी शांति से दुनिया को हरा दे, तो ये तो एक नया युग शुरू हो रहा है।
Madhav Garg
अगस्त 18 2024लिडिया को के गोल्फ का स्टाइल वास्तव में अद्वितीय है। उनकी बॉल की गति, शॉट का एंगल, और पुटिंग की सटीकता-ये सब एक वैज्ञानिक अध्ययन का विषय है। उनके खेल में गतिविज्ञान की सुंदरता छिपी है।
anushka kathuria
अगस्त 20 2024इस जीत के बाद भारतीय लड़कियों के लिए ये एक नया मानक बन गया है। अब कोई भी नहीं कह सकता कि खेल में लड़कियाँ अधिक भावनात्मक होती हैं। लिडिया ने साबित कर दिया कि शांति और सटीकता से जीत हासिल की जा सकती है।
Kiran M S
अगस्त 21 2024दुनिया के सबसे बड़े खिलाड़ी तो उन्हें बहुत दिनों से जानते हैं, लेकिन आज तक उन्हें हॉल ऑफ फेम में नहीं डाला गया? क्या ये एक अंतर्राष्ट्रीय षड्यंत्र है? ये लोग तो अपनी रूढ़ियों में फंसे हुए हैं।
Namrata Kaur
अगस्त 22 2024लिडिया ने जीता है, बस इतना ही।
Gaurav Singh
अगस्त 22 2024लिडिया को के लिए ये जीत तो बहुत बड़ी है... लेकिन जब आप एक देश के बाहर खेलकर अपना नाम बनाते हैं, तो क्या ये वास्तविक राष्ट्रीय गौरव है? या बस एक अच्छा व्यापार?
Sai Teja Pathivada
अगस्त 23 2024ये सब बहुत अच्छा है लेकिन क्या आपने सुना कि ओलंपिक के बाद उनकी बॉल की ब्रांडिंग वाला कंपनी अचानक बंद हो गया? और उनके प्रतिद्वंद्वी ने ट्वीट किया कि 'को की जीत पर एक बड़ा राज़ है'... मैंने तो इसे फिल्म बना देना चाहिए था। 😏
Vishnu Nair
अगस्त 23 2024लिडिया के इस जीत के पीछे एक गहरा ज्ञान छिपा है। जब आप एक गोल्फ बॉल को 1-अंडर पर लाते हैं, तो आप वास्तव में समय-अवधि के अंतर्गत एक निर्णायक बिंदु पर पहुंच रहे होते हैं। ये गतिशील ऊर्जा का एक अनूठा रूप है, जो अल्ट्रा-क्वांटम बॉलिस्टिक फ्लक्चुएशन के सिद्धांत को लागू करता है। अगर आप इसे गहराई से देखें, तो ये वास्तव में ब्रह्मांडीय समन्वय का प्रतीक है।
Paresh Patel
अगस्त 25 2024लिडिया ने न सिर्फ गोल्ड मेडल जीता, बल्कि हर एक लड़की के दिल में एक आग भी जला दी। अब कोई भी नहीं कह सकता कि लड़कियाँ खेल में नहीं बन सकतीं। उनकी जीत हम सबके लिए एक नई शुरुआत है।
Noushad M.P
अगस्त 27 2024लिडिया को के जीत ने सबको हैरान कर दिया... लेकिन क्या आपने देखा कि उनका शूज़ थोड़ा फटा हुआ था? ये तो बहुत बुरा है... ऐसे खिलाड़ी को तो नए जूते देने चाहिए थे।
Abdul Kareem
अगस्त 27 2024ये जीत असली ताकत की दर्शाव है। लेकिन मैं एक सवाल पूछना चाहता हूँ-क्या उनके प्रशिक्षक के बारे में कोई जानकारी है? क्योंकि एक बड़ी उपलब्धि के पीछे हमेशा कोई अदृश्य हाथ होता है।