अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी – क्या है खास?
अगर आप भारत की पुरानी और प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थाओं में रुचि रखते हैं तो अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) आपके दिमाग में जरूर होगी। 1875 में Sir Syed Ahmad Khan द्वारा स्थापित, इस यूनिवर्सिटी ने विज्ञान, कला, वाणिज्य और कई प्रोफ़ेशनल कोर्सों में लाखों छात्रों को पढ़ाया है। आज भी AMU को ‘हिंदुस्तान की इंटेलेक्चुअल धरोहर’ कहा जाता है।
इतिहास और विरासत
Sir Syed का सपना था भारत में आधुनिक शिक्षा को इस्लामी विचारधारा के साथ जोड़ना। उन्होंने एक छोटे एडवांस स्कूल से शुरू करके आज AMU को एक बड़े कई‑कैम्पस वाले यूनिवर्सिटी में बदला। वाराणसी, मालीना, मोतीसर आदि में शाखा कैंपस हैं, जो छात्रों को अपने घर के पास ही उच्च शिक्षा का मौका देते हैं।
खास बात यह है कि AMU ने हमेशा सामाजिक बदलाव में अग्रणी भूमिका निभाई है—जैसे 1930‑40 के दशक में स्वतंत्रता संग्राम में छात्र आंदोलन, और आज भी महिला शिक्षा, अनुसूचित वर्गों की मदद में सक्रिय है।
प्रवेश प्रक्रिया व आधुनिक अपडेट
AMU में प्रवेश दो तरह से होता है: एक तो राष्ट्रीय स्तर के परीक्षाओं (UGC NET, JEE, NEET आदि) के आधार पर, और दूसरा विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एंट्रेंस टेस्ट (AMU Entrance Test) से। ऑनलाइन एप्लिकेशन हर साल मई‑जून में खुलता है, और परिणाम जुलाई में घोषित होते हैं।
अगर आप विज्ञान में बी.एससी. करना चाहते हैं तो ‘विज्ञान विभाग’ में 20‑30 विभिन्न विशेषताएँ मिलेंगी—भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान, गणित इत्यादि। आर्ट्स में भारतीय इतिहास, अर्थशास्त्र, फ़िलॉसफ़ी जैसे कोर्स उपलब्ध हैं। MBA, LLB, इंजीनियरिंग, और मेडिकल कोर्स भी AMU के अलग‑अलग कैंपस में चलते हैं।
हाल ही में AMU ने डिजिटल लाइब्रेरी, ऑनलाइन क्लासरूम और AI‑सपोर्टेड व्याख्यान प्रणाली लागू की है। इसका मतलब है कि छात्र अब घर से भी लाइब्रेरी के पेन‑ड्राइव संग्रह तक पहुँच सकते हैं। साथ ही, कैंपस में नई हॉस्टल, खेल सुविधाएँ और महिलाओं के लिए विशेष सुरक्षित डॉर्मिटरी बन रही हैं।
यदि आप AMU के नवीनतम समाचार चाहिए तो हमारी साइट पर ‘अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी’ टैग वाला पेज रोज़ अपडेट होता है। यहाँ आपको कैंपस में होने वाले इवेंट, नई स्कॉलरशिप, सिबिल सत्र की घोषणाएँ और छात्र सफलता की कहानियाँ मिलेंगी।
संकल्प यह है—आपको AMU की पूरी जानकारी एक ही जगह मिलें, चाहे आप भविष्य के छात्र हों या बस उत्सुक पाठक। तो पढ़ते रहें, सवाल पूछते रहें और अपने करियर को आगे बढ़ाते रहें।
सुप्रीम कोर्ट की सात सदस्यीय संवैधानिक पीठ ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा है। इस पीठ ने यह फैसला पूर्ववर्ती पांच सदस्यीय पीठ के निर्णय को पलटते हुए लिया। कोर्ट ने कहा कि किसी कानून द्वारा संस्थापित संस्थान जलावत अल्पसंख्यक संस्था नहीं हो सकती। यूनिवर्सिटी की स्थापना का सच पता करना अधिक महत्वपूर्ण है।
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