Navratri Day 3 – कुत्था दिवस की पूरी गाइड
जब हम Navratri Day 3, तीसरे दिन की पूजा‑पाठ, जिसे कुत्था या कुत्था दिवस कहा जाता है, माँ दुर्गा के कुत्था स्वरूप को समर्पित होती है. Also known as गुर्मा, it marks the beginning of high‑energy Garba, पारंपरिक नृत्य‑परम्परा जो गाँव‑शहर में धूमधाम से मनाई जाती है, the day blends devotion with celebration. इस वैधता से जुड़ी रीति‑रिवाज़, उपवास और संगीत‑नृत्य एक साथ चलते हैं, जिससे मन भी खुश और आत्मा भी शुद्ध होती है।
Navratri का हर दिन एक अलग रूप की माँ को समर्पित होता है, और तीसरा दिन Navratri, नौ‑दिवसीय उत्सव जिसमें दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है सबसे तेज़ गति वाला माना जाता है। कुत्था स्वरूप ऊर्जा, शक्ति और साहस का प्रतीक है, इसलिए इस दिन लोग काली चूडियों और लाल‑पीले वस्त्रों में सज‑सजाकर गरबा के साथ‑साथ कौरवों को हराने की मानसिकता को भी उत्सर्जित करते हैं। उपवास के दौरान अक्सर केवल फल, नारियल पानी और हल्की दालें ही खाई जाती हैं, जिससे शरीर हल्के‑फुल्के रहकर नृत्य में डुबकी लगा सके। इस तरह का उपवास न केवल शारीरिक शुद्धता लाता है, बल्कि मन को भी टिकाऊ बनाता है।
कुर्ता, नृत्य और साक्षरता – इस दिन क्या खास है?
कुर्ता, यानी "कुर्ता" (कुत्था) के व्रत के बाद लोग अक्सर Kavadi, एक श्रद्धा‑प्रदर्शन जहाँ भक्त हाथ में पिंजरे या ध्वज लेकर चलते हैं जैसी परम्पराएँ भी अपनाते हैं। यह दिखाता है कि आध्यात्मिकता कैसे सामुदायिक जुड़ाव में बदलती है। साथ ही, सोशल मीडिया पर #NavratriDay3 जैसे हैशटैग द्वारा लोग अपने गरबा डांस, सजावट और भोजन की तस्वीरें शेयर करते हैं, जिससे डिजिटल दुनिया में भी इस दिन की गूँज सुनाई देती है। भारत दैनिक समाचार में इस दिन की प्रमुख खबरें राजनीति, खेल, फिल्म और वित्त के क्षेत्रों से भी आती हैं—जैसे कर्नाटक में RSS पर प्रतिबंध की चर्चा, शाहरुख़ खान का मानहानि केस, या Yes Bank की रेटिंग अपग्रेड—जो दर्शाता है कि Navratri Day 3 सिर्फ धूप‑छाँव वाला त्यौहार नहीं, बल्कि खबरों का भी एक बिंदु बन जाता है।
यदि आप इस कुत्था दिवस पर अपने घर में विशेष भोजन बनाना चाहते हैं, तो प्रचलित रेसिपी में बेसन‑की‑लडू, सूखे मेवे और नारियल‑की‑बर्फ़ी शामिल हैं। इन मिठाइयों में अक्सर शर्करा के बजाय शहद का उपयोग किया जाता है, जिससे उपवास का नियम भी जुड़ा रहता है। साथ में, स्थानीय बाजारों में लाल पत्ते, कुंकुम और जयमाल की खरीदारी भी प्रमुख रिवाज़ है, क्योंकि ये चीज़ें देवी की पूजा में चमक लाती हैं। एक और दिलचस्प पहलू है कि कई शहरी क्षेत्रों में इस दिन स्कूल और कॉलेज के छात्र-छात्राएँ सामाजिक सेवा के लिए समूह बनाकर वृद्धाश्रम या दलित समुदायों में भोजन वितरित करते हैं—यह दिखाता है कि Navratri Day 3 सामाजिक सहयोग का भी अवसर बन गया है।
अब जब आप कुत्था दिवस की परम्पराओं, उपवास, गरबा और आधुनिक समाचारों के संगम को समझ चुके हैं, तो नीचे दिए गए लेखों में आपको इस दिन से जुड़ी विस्तृत रिपोर्ट, विश्लेषण और मनोरंजक कहानियाँ मिलेंगी। चाहे आप राजनीति के ट्रेंड देखना चाहते हों, नवीनतम फ़िल्मी अपडेट चाहते हों, या बस गरबा की धुनों में डूबना चाहते हों—यहाँ सब कुछ एक ही जगह है। आइए, इस कुत्था दिवस की रोशनी में आपके लिए तैयार किए गए कंटेंट को देखें।
Navratri के तीसरे दिन माँ चंद्रघंटा की पूजा होती है। लेख में देवी का महत्व, पूजन की विस्तृत विधि, मुख्य मंत्र, प्रसाद और शुभ समय की जानकारी दी गई है। साथ ही इस पूजा के आध्यात्मिक और वैभविक लाभ भी बताया गया है।
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