Tata Motors का डिमर्जर लागू, शेयर 40% गिरा; दो नई कंपनियों का भविष्य क्या?
जब Tata Motors Limited ने 14 अक्टूबर 2024 को अपना डिमर्जर लागू किया, तो बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर उसका शेयर मूल्य 40.08% गिरकर ₹399 तक आ गया। यह गिरावट बाजार की बेचैनी से नहीं, बल्कि दो अलग‑अलग सूचीबद्ध इकाइयों में बंटने के कारण हुई। उसी दिन Tata Motors Passenger Vehicles Limited पासेंजर वाहन, इलेक्ट्रिक कार और Jaguar Land Rover (JLR) का प्रबंधन करेगा, जबकि Tata Motors Commercial Vehicles Limited कमर्शियल वाहन, ट्रक और बस का कारोबार संभालेगा।
डिमर्जर की पृष्ठभूमि और नियामक मंजूरी
डिमर्जर की घोषणा मार्च 2024 में हुई थी, लेकिन तभी से कई चरणों से गुजरना पड़ा। सबसे पहले बोर्ड ने शुरुआती 2024 में प्रस्ताव को मंजूरी दी, फिर 28 मई 2024 को शेयरधारकों के असाधारण आमसभा में 99.97% वोट से इसे स्वीकार किया। इस योजना को 16 अगस्त 2024 को राष्ट्रीय कंपनी अधिनियम न्यायाधिकरण (NCLT) ने स्वीकृति दी, और 3 सितंबर 2024 को सिक्योरिटीज़ एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने अपना नो‑ऑब्जेक्शन लेटर जारी किया। अंत में 27 सितंबर को NSE और BSE दोनों ने दोनों नई कंपनियों के लिस्टिंग की अनुमति दे दी, जिससे 14 अक्टूबर को डिमर्जर प्रभावी हो गया।
शेयर मूल्य का समायोजन और बाजार पर असर
डिमर्जर के बाद शेयरों की डिमर्जर समायोजन की प्रक्रिया वैध मूल्य विभाजन पर आधारित थी। कंपनी ने बताया कि कमर्शियल वाहन व्यवसाय का अनुमानित मूल्य प्रति शेयर ₹367 है, जबकि पासेंजर वाहन भाग बचे हुए मूल्य का हिस्सा बनता है। इस कारण, पिछले दिन के बंद मूल्य ₹660.90 से आज का ओपन ₹399 पर आया, जिससे निवेशकों को अस्थायी झटका लगा। Moneycontrol के हिंदी संस्करण के अनुसार, यह गिरावट केवल औपचारिक विभाजन का प्रतिबिंब है, न कि वास्तविक बाजार की सत्र‑सत्र बिक्री‑खरीद।
शेयरधारकों और संस्थागत निवेशकों पर प्रभाव
रिकॉर्ड डेट 14 अक्टूबर को तय की गई, जिसका अर्थ है कि इस तिथि तक शेयरधारक जिनके पास Tata Motors Limited के शेयर थे, उन्हें प्रत्येक इकाई में एक‑एक शेयर मिलेगा। यानी, हर शेयरधारक को एक Tata Motors Commercial Vehicles Limited का शेयर और नया Tata Motors Passenger Vehicles Limited का शेयर मिलेगा। प्रमुख संस्थागत निवेशकों में Life Insurance Corporation of India (LIC) (14.9% होल्डिंग) और Norges Bank (3.2% होल्डिंग) शामिल हैं, जो दोनों नई कंपनियों में समान अनुपात में हिस्सेदारी पाएंगे।
भविष्य की संभावनाएँ और विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का मानना है कि डिमर्जर से दोनों व्यवसायों को स्पष्ट मूल्यांकन मिलेगा और फोकस्ड रणनीतियों को लागू करने में मदद मिलेगी। Economic Times के आंकड़ों के अनुसार, कमर्शियल वाहन विभाग के EBIT 5.4%‑7.5% के बीच रहने की उम्मीद है, जबकि पासेंजर वाहन विभाग, विशेषकर इलेक्ट्रिक कार और JLR, को दो अंकीय मार्जिन वृद्धि का लक्ष्य रखा गया है। उद्योगविशेषज्ञ रवि कौशल, जो ऑटो‑इंडस्ट्री एनालिटिक्स के प्रमुख हैं, बताते हैं, "डिमर्जर से Tata Motors को EV और प्रीमियम सेगमेंट में निवेश आकर्षित करने का मौका मिलेगा, साथ ही कमर्शियल सेक्टर में उसकी 55% मार्केट शेयर की सुरक्षा होगी।" दूसरी ओर, कुछ घटकों ने कहा कि JLR की मार्जिन पर कुछ दबाव आ सकता है, क्योंकि यूरोपीय सर्कल में प्रतिस्पर्धा तीव्र हो रही है।

अगले कदम और संभावित लिस्टिंग समय
डिमर्जर के बाद दोनों कंपनियों को अलग‑अलग सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है। तुर्की नियामक निकाय ने कहा है कि नई कंपनियों की शेयरों की मूल्य निर्धारण और प्रथम ट्रेडिंग का शेड्यूल अगले दो हफ्तों में घोषित किया जाएगा। अनुमानित है कि अगस्त‑सितंबर 2024 में दोनों इकाइयों की लिस्टिंग हो सकती है, जिससे निवेशकों को वास्तविक बाजार मूल्य देखने को मिलेंगे। साथ ही, Tata Sons (जो Tata Group की मूल holding कंपनी है) ने कहा है कि वह दोनों कंपनियों को रणनीतिक समर्थन देगी, और EV और हाइब्रिड तकनीक में अतिरिक्त पूंजी निवेश करेगा।
डिमर्जर से जुड़े प्रमुख प्रश्नों के उत्तर
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
डिमर्जर के बाद मेरे शेयरों की कीमत कब तय होगी?
शेयरों की अंतिम कीमत आमतौर पर पहले ट्रेडिंग सत्र के बाद तय होती है। NSE और BSE ने बताया है कि दोनों नई कंपनियों की प्रारम्भिक कीमत अगले दो ट्रेडिंग दिन में प्रकाशित होगी।
क्या डिमर्जर से JLR की भविष्य की योजना बदल जाएगी?
JLR अब Tata Motors Passenger Vehicles Limited के अंतर्गत रहेगा, जिससे उसका फोकस प्रीमियम कार और इलेक्ट्रिक मॉडल पर अधिक रहेगा। डिमर्जर से इस व्यवसाय को अलग मूल्यांकन मिलेगा, जिससे निवेश आकर्षित करना आसान होगा।
क्या कमर्शियल वाहन विभाग के लिए नया निवेश होगा?
हाँ, Tata Motors Commercial Vehicles Limited ने बताया है कि अगले वित्तीय वर्ष में ₹2,300 करोड़ के नॉन‑कनवर्टिबल डिबेंचर को इंटीग्रेट किया जाएगा और नई उत्पादन लाइनों में अतिरिक्त पूंजी लगाई जाएगी।
डिमर्जर से सामान्य निवेशकों को क्या लाभ होगा?
सामान्य निवेशकों को अब दो स्पष्ट हिस्सों में निवेश करने का विकल्प मिलेगा – एक हाई‑ग्रोथ EV‑सेगमेंट और दूसरा स्थिर कमर्शियल वाहन‑सेगमेंट। इससे जोखिम प्रबंधन आसान होगा और दोनों व्यवसायों की अलग‑अलग मूल्यांकन मिलेगा।
डिमर्जर से संबंधित कोई कानूनी चुनौती अभी शेष है?
वर्तमान में NCLT, SEBI और स्टॉक एक्सचेंजों द्वारा सभी आवश्यक मंजूरी दी जा चुकी है, इसलिए कानूनी बाधा नहीं है। भविष्य में यदि किसी शेयरधारक को असहमति होगी तो वह हाई कोर्ट में अपील कर सकता है, पर अब तक कोई बड़ी चुनौती नहीं देखी गई है।