अदांपुर एयरबेस पर PM मोदी की अनपेक्षित मौजूदगी: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को सख्त संदेश
PM मोदी का सरप्राइज दौरा और पाकिस्तान को कड़ा संदेश
13 मई, 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अदांपुर एयरफोर्स बेस पर अचानक पहुँचना हर किसी के लिए हैरान करने वाला था। ये वही समय था जब अदांपुर एयरबेस को लेकर पाकिस्तान लगातार दुष्प्रचार कर रहा था कि उसने भारत के ताकतवर S-400 एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया है। लेकिन मोदी ने न केवल इस फर्जी दावे की हवा निकाल दी, बल्कि सैनिकों और पायलटों के हौसले को और बुलंद कर दिया।
एयरबेस में पहुंचते ही मोदी सबसे पहले वही स्थल गए, जहां S-400 सिस्टम खुले तौर पर मौजूद था। उन्होंने उसके सामने वर्दीधारी सैनिकों के साथ सलामी दी और खुद उस सिस्टम के बिल्कुल पास खड़े रहे। इसके बाद जोश और देशभक्ति की गूंज सुनाई दी—'भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम' से पूरा परिसर गूंज उठा।
मोदी ने सख्त चेतावनी के साथ पाकिस्तान को साफ-साफ कहा कि अगर भारत की सीमाओं की ओर आंख उठाई तो 'महाविनाश' से कोई नहीं बच सकेगा। उन्होंने सैनिकों को संबोधित करते हुए जोरदार लहजे में कहा, “देश को आप पर गर्व है, हम हर कठिनाई में आपके साथ हैं।” ये लम्हा न सिर्फ सैनिकों के प्रयासों की कदर थी, बल्कि पड़ोसी मुल्क को एक सीधा संदेश भी था कि भारत की तैयारी पूरी है और अफवाहों से सच्चाई नहीं बदलती।
झूठी खबरों के खिलाफ सैन्य आत्मविश्वास और ऑपरेशन सिंदूर का असर
अप्रैल में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था, जिसमें आतंकियों के ठिकानों पर सटीक कार्रवाई हुई। इसी जवाबी कार्रवाई से घबराया पाकिस्तान, भारत के S-400 को तबाह करने का फर्जी प्रचार करने लगा। लेकिन अदांपुर एयरबेस पर मोदी की मौजूदगी और सक्रिय S-400 ने सारी गलतफहमियों को फूल की तरह उड़ा दिया।
एयरबेस के गलियारों में खुद जाकर देखना, सैनिकों से मिलना और उनको सीधा भरोसा दिलाना, ये मोदी का अपना अंदाज है—ज़मीन पर जाकर नेतृत्व करना। इस दौरे से साफ हो गया कि भारत की सैन्य संरचनाएं न केवल फुल एक्शन में हैं, बल्कि किसी भी झूठ का मजबूती से जवाब देने में सक्षम हैं।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद से भारतीय सेना और वायुसेना की तैयारी और चुस्ती पहले से ज्यादा दिखाई देने लगी है। पाकिस्तान के मीडिया और अधिकारियों की बयानबाजी को जवानों के साहस और सटीक टेक्नोलॉजी ने झूठा साबित कर दिया। सैनिकों के भीतर एक अलग आत्मविश्वास दिखा, क्योंकि अब प्रधानमंत्री खुद सामने खड़े होकर इनका मनोबल बढ़ा रहे थे।
आखिरकार, प्रधानमंत्री का ये औचक दौरा बस एक सांकेतिक इवेंट नहीं था। ये घटना बहुत कुछ कह गई—चाहे वो सैन्य शक्ति का विश्वास हो या पश्चिमी पड़ोसी को आंखों में आंखें डालकर चेतावनी देने की कला। अदांपुर एयरबेस सुबह से ही देशवासियों, मीडिया और सोशल मीडिया पर चर्चा का ग्राउंड बना रहा। वहां मोदी की उपस्थिति ही काफी थी, जिससे संकेत मिल गया कि जवाबी कार्रवाई में भारत कभी पीछे नहीं हटेगा।