इंडिया वुमेन्स ने ट्रेंट ब्रिज में स्मृति मंडाना के शतक से इंग्लैंड को 97 रन से हराया
मैच की रूपरेखा
ट्रेंट ब्रिज के मैदान पर पहला टि‑20 अंतर्राष्ट्रीय खेला गया जहाँ भारत ने इंग्लैंड को 97 रन से हराकर रिकॉर्ड बनाया। टॉस जीतने पर भारत ने पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया। टीम का क्रम इस प्रकार था – स्मृति मंडाना (अंतरिम कप्तान), शफ़ाली वर्मा, हरलीन देओल, अन्ना शौर्य आदि। शफ़ाली के शुरुआती आउट होने के बाद, मंडाना ने धूसर रफ्तार का फ़ायदा उठाते हुए अपने शतक का पीछा शुरू किया।
स्मृति मंडाना ने 57 गेंदों में 111 रन बनाए, जिसमें 12 चौके और 6 छक्के शामिल थे। उनका यह शतक कई बार नजदीक आया था, पर इस बार उनके आक्रमण ने जबरदस्त गति पकड़ी और इंग्लैंड को फिर शुरू से ही उलझन में डाल दिया। इस innings में उन्होंने अपने सबसे भरोसेमंद शॉट – क्लॉज फोर का इस्तेमाल कर कई प्रमुख साझेदारों को सुबोध किया।
मंडाना के बाद हरलीन देओल ने 31 रन की तेज़ी से गति बनाए रखी और साझेदारी को 74 रन तक बढ़ाया। देओल की टॉप‑ऑफ़ बॉल्स पर छक्के ने इंग्लैंड बॉलिंग को और परेशान किया। अंत में भारत ने कुल 180/3 स्कोर बना कर इंग्लैंड के लिये बड़ी लक्ष्य रखी।

बॉलिंग में चमक, इंग्लैंड की उलझन
भारत की गेंदबाज़ी ने इंग्लैंड को तुरंत ही दुविधा में डाल दिया। 20‑ साल की एन श्री चरनी ने डेब्यू में ही 4 विकेट 12 रन देकर माहौल बिगाड़ दिया। उनके लिये 4/12 के आंकड़े भारतीय गेंदबाज़ी की रणनीति को दर्शाते हैं – धीमी गति और हवा के खिलाफ क्रमशः शॉर्ट़ और लंबी डिलीवरी।
विक्टोरिया डेट्स और पावली हरिआना ने क्रमशः 2 और 1 विकेट ले कर इंग्लैंड के लक्ष्य को और कठिन बना दिया। फील्डिंग का भी उल्लेखनीय प्रदर्शन रहा – रिचा ने बेहतरीन कैच ली, जिससे इंग्लैंड का एक प्रमुख खिलाड़ी बाहर हो गया।
इंग्लैंड ने 83/7 पर समाप्ति की, जहां एश्री शॉफ़र ने 32 रन बनाए थे, पर यह भी पर्याप्त नहीं रहा। यह अब तक की इंग्लैंड महिला टीम की सबसे बड़ी टि‑20 अंतर्राष्ट्रीय हार थी। पहले ही सीरीज में वे वेस्ट इंडीज पर 6-0 की नेत्रहीन जीत के बाद आए थे, पर भारत ने उन्हें एक कड़ा सबक दिया।
स्मृति मंडाना ने अपने शतक के बाद कहा कि "ट्रेनिंग और मैच इंटेलिजेंस ने इस जीत में बहुत मदद की है"। उनका यह प्रदर्शन भारतीय महिला क्रिकेट की गहराई और विविधता को उजागर करता है, जहाँ नए खिलाड़ियों की भी बड़ी भूमिका है। शेष चार मैचों में इंग्लैंड को इस हार से उबरकर अपना संतुलन फिर से बनाना पड़ेगा।