नागपुर में भारी बारिश चेतावनी: 22‑26 जुलाई तक तेज़ बर्ज़ा, धक्केदार वायु
बारिश एवं तूफान की संभावित स्थिति
इंडिया मौसम विभाग (IMD) ने 22 जुलाई से 26 जुलाई के लिये नागपुर जिले में नागपुर बारिश चेतावनी जारी कर दी है। इस चेतावनी में बार‑बार भारी बारिश के साथ‑साथ अचानक धक्केदार हवाएँ, गरज‑बिजली और तेज़ बूँदाबाँदी की संभावना बताई गई है। 23, 24 और 26 जुलाई को पीले स्तर का अलर्ट है, जहाँ मध्यम‑से‑भारी बारिश की आशा है, जबकि 25 जुलाई को नारंगी अलर्ट जारी है, जिसका अर्थ है कुछ क्षेत्रों में अत्यधिक बारिश और जल‑जमाव का खतरा।
समुद्र‑तटीय वादियों और नदियों के किनारे स्थित निचले इलाकों में जल‑स्तर तेजी से बढ़ने की संभावना है। स्थानीय मौसम विज्ञानियों ने बताया कि अचानक गिरते दवाब के कारण गरज‑बिजली के साथ‑साथ तेज़ हवाओं की रफ्तार 40‑45 किमी/घंटा तक पहुँच सकती है, जिससे पेड़‑पौधे तरंगित हो सकते हैं और बायोगैस लाइन तथा अन्य बुनियादी ढाँचे को नुकसान हो सकता है।
सुरक्षा उपाय और सार्वजनिक निर्देश
नागपुर जिला प्रशासन ने सभी नागरिकों को सावधानी बरतने की पुकार की है। विशेष रूप से नदियों के पास रहने वाले या निचले वाले इलाकों में रहने वाले लोगों को बाढ़‑से‑बचाव के लिये उच्च स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी गई है। ध्वनि‑बिजली के समय घर में ही रहना सबसे सुरक्षित विकल्प माना गया है; खुले क्षेत्र, पेड़ के नीचे और मोबाइल फोन का उपयोग न करना चाहिए क्योंकि बिजली सीधे इन वस्तुओं के माध्यम से प्रवाहित हो सकती है।
डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) ने सभी विद्युत उपकरणों को स्विच ऑफ कर रखने, बिजली कटौती के दौरान गैस सिलिंडर की जांच करने और जल‑स्रोतों के निकट रहते हुए कोई भी जल‑जमाव संभावित कार्यवाही से बचने का निर्देश दिया है। कृषि‑कर्मियों के लिये यह विशेष संदेश है: खेत‑काम के दौरान तेज़ बारिश या ध्वनि‑बिजली शुरू होते ही तुरंत सुरक्षित आश्रय स्थल पर जाएँ, क्योंकि फसलों के साथ‑साथ व्यक्तिगत सुरक्षा भी प्राथमिकता है।
डिसास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुप खांडे ने कहा, "जनता से अनुरोध है कि वे चेतावनी के सभी निर्देशों का कड़ाई से पालन करें। केवल तभी हम संभावित नुक़सान और मानवीय हानि को न्यूनतम रख पाएँगे।" उन्होंने यह भी बताया कि टॉवर, पुल, और जनसेवा भवनों की नियमित जाँच की जा रही है, और आपातकालीन स्थितियों में जिला कंट्रोल रूम (कलेक्टर ऑफिस) 0712‑2562668 पर उपलब्ध है।
रात‑दिन में मौसम के बदलाव को नजर में रखते हुए, स्थानीय पुलिस और फायर‑फ़ोर्स ने भी त्वरित मदद के लिये तैयार रहने की घोषणा की है। नागरिकों को सलाह है कि वे अपने मोबाइल को साइलेंट मोड पर रखें, चौराहे एवं पुलों के नीचे न खड़े हों और बचाव कार्य में सहायता के लिये प्री‑सहीत आपातकालीन नंबर को हमेशा पास रखें।
8 टिप्पणि
Noushad M.P
सितंबर 28 2025ये बारिश वाला अलर्ट तो हर साल आता ही है, पर कभी कोई असली कार्रवाई नहीं होती। नागपुर के ड्रेनेज का तो नाम ही नहीं है, एक घंटे की बारिश में पूरा शहर डूब जाता है। अब तो बस घर में बैठकर टीवी पर देख रहे हैं कि कौन किसको बचाएगा।
Sanjay Singhania
सितंबर 30 2025इस घटनाक्रम के अध्ययन में जलवायु अस्थिरता के अंतर्गत आयामी असंगति का अवलोकन किया जा सकता है, जहाँ एक्सट्रीम मौसमी घटनाओं की आवृत्ति और तीव्रता बढ़ रही है। इंडिया मौसम विभाग के डेटा के अनुसार, नागपुर के लिए नारंगी अलर्ट की घटनाएँ पिछले दशक में 300% बढ़ी हैं। यह एक क्लाइमेट रिस्क ट्रांसफर का संकेत है।
Raghunath Daphale
सितंबर 30 2025अरे भाई ये सब तो बस नाटक है! 😒 सरकार तो बस अलर्ट जारी करके छूट जाती है, फिर बारिश हो जाए तो बचाव नहीं बल्कि फोटो शूटिंग करती है। जल्दी से घर के ऊपरी मंजिल पर चढ़ जाओ, वरना बिजली की लाइन गिरकर तुम्हारा फोन भी जल जाएगा 😅
Renu Madasseri
अक्तूबर 2 2025हम सबको याद रखना चाहिए कि ये चेतावनी हमारे लिए बचाव का मौका है, न कि डर का कारण। मैंने अपने घर में एमरजेंसी बैग तैयार कर लिया है - बैटरी, बोतल पानी, दवाएँ, और एक छोटा रेडियो। अगर किसी को जरूरत हो तो मैं बता सकती हूँ कैसे बनाएँ। हम सब मिलकर सुरक्षित रह सकते हैं 💪
Aniket Jadhav
अक्तूबर 3 2025ये तो बहुत अच्छी बात है कि डीडीएमए ने सब कुछ समझाया है। मैंने अपने बच्चों को भी बता दिया कि बिजली गिरे तो फोन न चलाएँ और नीचे न जाएँ। बस घर में बैठो, चाय पीओ, और बारिश की आवाज़ सुनो 😊
Anoop Joseph
अक्तूबर 4 2025मैंने बस एक बात कहनी है - जिन लोगों के घर नीचे के इलाके में हैं, वो अभी उच्च स्थान पर जाएँ। बाद में रोएंगे तो कोई मदद नहीं करेगा।
Kajal Mathur
अक्तूबर 5 2025इस चेतावनी के प्रकाशन के तरीके में भाषा की अनुपयुक्तता और प्रशासनिक अव्यवस्था स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। एक सार्वजनिक अलर्ट में इतनी अशुद्धियाँ और असंगठित वाक्य संरचनाएँ नागरिकों के लिए भ्रम पैदा करती हैं। एक विशेषज्ञ टीम द्वारा इसकी समीक्षा की जानी चाहिए।
rudraksh vashist
अक्तूबर 5 2025कल रात बारिश शुरू हो गई है, और बस के स्टॉप के पास पानी जम गया है। लेकिन जो लोग घर में बैठे हैं, वो बस फोटो डाल रहे हैं। असली मदद तो वो करते हैं जो अपने बड़े भाई के घर जाकर उनके लिए खाना लाते हैं। बस एक दोस्त को याद रखो, वो तुम्हारा सबसे बड़ा बचाव है ❤️