राहुल गांधी के हिन्दुओं और अग्निपथ योजना पर बयान के खिलाफ बीजेपी नेताओं का कड़ा विरोध

राहुल गांधी के हिन्दुओं और अग्निपथ योजना पर बयान के खिलाफ बीजेपी नेताओं का कड़ा विरोध

राहुल गांधी के हिन्दुओं और अग्निपथ योजना पर बयान के खिलाफ बीजेपी नेताओं का कड़ा विरोध

राहुल गांधी की टिप्पणियों पर बीजेपी की नाराजगी

कांग्रेस के नेता राहुल गांधी द्वारा संसद में हिंदुओं और अग्निपथ योजना के खिलाफ की गई टिप्पणियों पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं ने कड़ा विरोध जताया है। राहुल गांधी के बयानों को 'हिंदू विरोधी' तथा 'विचारधारा का आतंक' फैलाने वाला बताते हुए गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित अन्य नेताओं ने उनसे माफी की मांग की है।

अमित शाह का कड़ा विरोध

गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने ऐसे बयान देकर देश में गलत संदेश फैलाया है। उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी को देश के हिंदुओं से माफी मांगनी चाहिए'। अमित शाह ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी की विचारधारा ने हमेशा से ही देश के विभाजन को बढ़ावा दिया है और 1984 के सिख विरोधी दंगों का उदाहरण पेश किया। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी ने देश में एक प्रकार का 'विचारधारा का आतंक' फैलाया है, जो राष्ट्रहित में नहीं है।

जेपी नड्डा का विरोध

जेपी नड्डा का विरोध

बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी राहुल गांधी के बयानों पर कड़ा विरोध जताया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का बयान एक स्पष्ट 'हिंदू विरोधी' मानसिकता को दर्शाता है। नड्डा ने कहा कि 'राहुल गांधी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में जनता के मंतव्य से भी कुछ नहीं सीखा है।' उन्होंने राहुल गांधी को तत्काल माफी मांगने की सलाह दी।

स जयशंकर और अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया

विदेश मंत्री स जयशंकर ने राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि राहुल गांधी 'हिंदुओं पर हमला' कर रहे हैं जबकि वे सभी के साथ भाईचारे की बात करते हैं। वहीं, राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी के बयानों को उनकी मानसिकता का प्रतिबिंब बताया।

रक्षामंत्री का बयान

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी के अग्निपथ योजना पर की गई आलोचनाओं का प्रतिकार करते हुए कहा कि इस योजना को लागू करने से पहले 158 संगठनों से सुझाव लिए गए थे। उन्होंने कहा कि अग्निवीर्स देश सेवा के लिए प्रतिबद्ध होते हैं और उन्हें 'शहीद' का दर्जा नहीं दिया जाना एक गलतफहमी है।

निष्कर्ष

निष्कर्ष

राहुल गांधी के बयानों पर बीजेपी नेताओं के कड़े विरोध ने एक बार फिर राजनीतिक वातावरण को गर्म कर दिया है। यह साफ है कि यह विवाद आगामी चुनावों पर असर डाल सकता है और राजनीतिक दलों के बीच टकराव की स्थिति को और बढ़ा सकता है।

16 टिप्पणि

  • Priyanshu Patel

    Priyanshu Patel

    जुलाई 3 2024

    ये सब बहसें तो हमेशा की तरह चलती रहेगी। लेकिन असली सवाल ये है कि अग्निपथ योजना जवानों के लिए कैसी है? उनकी नौकरी का भविष्य क्या है?

  • ashish bhilawekar

    ashish bhilawekar

    जुलाई 4 2024

    राहुल गांधी के बयानों को लेकर ये सारा हंगामा तो बस चुनावी चाल है। बीजेपी वाले तो हर चीज़ पर आग लगा देते हैं। जब तक राजनीति भावनाओं के खेल में बंधी रहेगी, देश आगे नहीं बढ़ेगा।

  • Vishnu Nair

    Vishnu Nair

    जुलाई 5 2024

    अगर आप गहराई से देखें तो ये सब एक संरचित राजनीतिक अभियान है जिसमें निजी वित्तीय हितों के साथ धर्मीय असमानता को बढ़ावा देने का एक अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क शामिल है। कांग्रेस के अतीत के फैसले, 1984 के घटनाक्रम, और अब अग्निपथ का विवाद - सब कुछ एक ही रेखा पर चल रहा है। ये नहीं कि कोई गलत बोल रहा है, बल्कि ये कि कौन बोल रहा है और किसके लिए।

  • Kamal Singh

    Kamal Singh

    जुलाई 7 2024

    अग्निपथ योजना के बारे में बहुत सारे गलतफहमियां हैं। अग्निवीर्स को शहीद नहीं कहा जाता, लेकिन उन्हें एक अच्छा सम्मान और सुरक्षित भविष्य दिया जाना चाहिए। ये योजना जवानों के लिए एक नया रास्ता है - नौकरी का, नहीं तो बस एक बड़ा गुमनाम नौकरी वाला ट्रेनिंग प्रोग्राम।

  • Jasmeet Johal

    Jasmeet Johal

    जुलाई 9 2024

    कोई बयान नहीं बिल्कुल गलत होता है या बिल्कुल सही होता है सब अपनी नजर से देखता है

  • Abdul Kareem

    Abdul Kareem

    जुलाई 10 2024

    मुझे लगता है कि ये सब बयान तो सिर्फ राजनीति के लिए हैं। असली सवाल ये है कि हमारे जवानों को क्या चाहिए - एक छोटा सा अवसर या एक जीवन भर का सुरक्षित भविष्य?

  • Namrata Kaur

    Namrata Kaur

    जुलाई 11 2024

    अग्निपथ के बारे में बहुत गलत बातें फैल रही हैं। ये सिर्फ एक नौकरी नहीं, एक अवसर है।

  • indra maley

    indra maley

    जुलाई 11 2024

    हम जिस चीज़ को बहुत जोर से नापसंद करते हैं, उसी को अक्सर हम अपने अंदर ढूंढते हैं। क्या हम अपने अंदर भी किसी के खिलाफ एक छिपा हुआ द्वेष महसूस करते हैं?

  • Kiran M S

    Kiran M S

    जुलाई 12 2024

    राहुल गांधी के बयानों को लेकर जो इतना उत्तेजना है, वो बताता है कि आज का भारत एक ऐसा देश है जहां भाषा का उपयोग शक्ति के लिए किया जाता है, न कि सत्य के लिए। ये विचारधारा का आतंक नहीं, बल्कि विचार का आतंक है।

  • Paresh Patel

    Paresh Patel

    जुलाई 13 2024

    हम सब अपने अपने रास्ते पर चल रहे हैं। लेकिन अगर हम एक दूसरे को समझने की कोशिश करें, तो ये झगड़े भी कम हो जाएंगे। बस थोड़ा धैर्य और इंसानियत की जरूरत है।

  • anushka kathuria

    anushka kathuria

    जुलाई 15 2024

    राजनीतिक बयानबाजी के बजाय, हमें योजनाओं के वास्तविक प्रभावों पर ध्यान देना चाहिए। अग्निपथ के लाभ और नुकसान का विश्लेषण करना जरूरी है।

  • Noushad M.P

    Noushad M.P

    जुलाई 16 2024

    राहुल गांधी के बयानों को लेकर ये सब गड़बड़ तो बस उनकी बेकारी का नतीजा है। वो तो हमेशा से ऐसा ही करते रहे हैं।

  • Sanjay Singhania

    Sanjay Singhania

    जुलाई 17 2024

    ये सब राजनीतिक डायनामिक्स का एक उदाहरण है जहां भाषा को एक सामाजिक अभियान के रूप में उपयोग किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य लोकतंत्र के अंतर्गत विचारों को नियंत्रित करना है। एक अधिक विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण आवश्यक है।

  • Raghunath Daphale

    Raghunath Daphale

    जुलाई 19 2024

    बस राहुल गांधी को बंद कर दो। वो तो हर चीज़ पर गलत बोलता है। इन बयानों को लेकर इतना उत्तेजना क्यों? बस नजरअंदाज कर दो।

  • Renu Madasseri

    Renu Madasseri

    जुलाई 19 2024

    हर देश में ऐसे विवाद होते हैं। अगर हम एक दूसरे को समझने की कोशिश करें, तो ये बहसें भी एक तरह की बातचीत बन जाएंगी। बस थोड़ा धैर्य और सम्मान चाहिए।

  • Aniket Jadhav

    Aniket Jadhav

    जुलाई 19 2024

    अग्निपथ योजना के बारे में बहुत गलत बातें फैल रही हैं। जवानों को एक अच्छा अवसर देना जरूरी है। बस थोड़ा सोचो।

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