स्विग्गी आईपीओ: 6 नवंबर से खुलेगा निवेश के लिए, जानिए महत्वपूर्ण जानकारियाँ
स्विग्गी का आईपीओ: निवेशकों को क्या जानना चाहिए?
भारत की प्रमुख खाद्य वितरण कंपनी स्विग्गी नवंबर के पहले हफ्ते में अपने प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (आईपीओ) के साथ बाजार में उतरने की तैयारी में है। यह निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, खासकर उन लोगों के लिए जो भारत के तेज़ी से बढ़ते ई-कॉमर्स और फूड डिलीवरी सेक्टर में निवेश करना चाहते हैं। स्विग्गी का आईपीओ 6 नवंबर, 2024 को खुलेगा और 8 नवंबर, 2024 को बंद होगा। यह एक बड़ा वित्तीय आयोजन है जिसका करीबी चैनाओं, निवेशकों और विश्लेषकों की नजर पर है।
आईपीओ का आकार और मूल्य सीमा
स्विग्गी का यह आईपीओ ₹11,700 करोड़ से ₹11,800 करोड़ के बीच होने की उम्मीद है। इस प्रस्ताव में ₹3,750 करोड़ का ताजा मुद्दा एवं 182,286,265 इक्विटी शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव शामिल है। यह मूल्य सीमा ₹365 से ₹390 प्रति इक्विटी शेयर के बीच है। यह मूल्य सीमा स्विग्गी को लगभग $11.3 बिलियन की उच्चतम सीमा पर मूल्यांकन कर रही है। शेयर बाजार में लिस्टिंग के लिए ये कुछ अहम बिंदु हैं जो निवेशकों को ध्यान में रखने की आवश्यकता है।
प्रमुख निवेशक और उनकी स्थिति
स्विग्गी के कुछ बड़े निवेशकों में Prosus (32%), SoftBank (8%), और Accel (6%) शामिल हैं। इसके अलावा, Elevation Capital, DST Global, Norwest, Tencent, कतर निवेश प्राधिकरण (QIA), और सिंगापुर का GIC भी इसमें प्रमुख निवेशक के रूप में शामिल हैं। निवेशकों की यह विविधता दर्शाती है कि स्विग्गी की वित्तीय स्थिति कितनी मजबूत है और यह वैश्विक निवेशकों के समर्थन के साथ कैसे आगे बढ़ रही है।
स्विग्गी का व्यापार मॉडल और भविष्य की योजना
स्विग्गी मुख्य रूप से खाद्य वितरण और त्वरित वाणिज्य क्षेत्रों में काम करती है। यह सेक्टर्स उन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है जो पिछले कुछ वर्षों में बड़ी तेजी से विकसित हुए हैं। जहां खाद्य वितरण प्रमुख हिस्सों में से एक है, वहीं स्विग्गी अपने Instamart के जरिए त्वरित वाणिज्य में जड़ें जमा रही है। यह Zomato के Blinkit, Zepto और टाटा के BigBasket जैसी संचालित सेवाओं से प्रतिस्पर्धा में है। कंपनी ने हाल ही में अपने आईपीओ दस्तावेज़ सितंबर 24, 2024 को गोपनीय फाइलिंग के जरिए दाखिल किए।
आंकड़ों में स्विग्गी की स्थिति
भारतीय शेयर बाजार में किसी भी नई कंपनी की लिस्टिंग एक बड़ी घटना होती है जिसकी हर कोई प्रतीक्षा करता है। Zomato जो स्विग्गी का प्राथमिक प्रतियोगी है, पिछले एक साल में 136.68% तक का उछाल देख चुका है। यह स्विग्गी के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है कि उन्हें अपनी मूल सिद्धांतों को कैसे इस्तेमाल करना है। इसके साथ ही, स्विग्गी की इस प्रक्रिया में कुछ सामान्य खर्चे भी होंगे जिन्हें आईपो के श्रेणी में शामिल किया गया है।
इन तमाम कारणों से, स्विग्गी के आईपीओ को लेकर निवेशकों तथा वित्तीय विश्लेषकों के बीच एक बड़ा उत्साह है। इसका आने वाले दिनों में इसकी लिस्टिंग पर बड़ा असर पड़ेगा और इसके शेयरों की मांग संभवतः उच्च बनी रहेगी। यदि आप इस आईपीओ में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो ये महत्वपूर्ण बिंदु आपकी मदद कर सकते हैं।
निष्कर्ष
निवेश की दुनिया में हर नई शुरुआत एक नए युग का संकेत देती है और स्विग्गी का आईपीओ इसी दिशा में एक प्रबल कदम है। यह देश की अनगिनत कंपनियों में से एक है जो वैश्विक स्तर पर भारत का नाम रोशन कर रही है। इसलिए, इसे अनदेखा करना सही नहीं होगा। यह वही अवसर है जहां निवेशकों को सोच-समझकर अपने निर्णय लेने की आवश्यकता है। हर नया कदम संभावना की सीमा को बढ़ाता है और स्विग्गी की यह पहल निवेश की दिग्गज दुनिया में नए दरवाजे खोल सकती है।