भारतीय महिला बनाम ऑस्ट्रेलियाई महिला दूसरी वनडे: ऑस्ट्रेलिया की धुआंधार बल्लेबाजी, भारत के सामने 372 का विशाल लक्ष्य
ऑस्ट्रेलिया का दमदार प्रदर्शन
दिसंबर 8, 2024 को ब्रिस्बेन के एलन बॉर्डर फील्ड में खेले गए महिला क्रिकेट द्वितीय वनडे में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 371/8 का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया, जो उनके लिए बेहद सफल साबित हुआ। पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया की युवा प्रतिभाओं का शानदार प्रदर्शन रहा। विशेष रूप से जॉर्जिया वॉल और फोएबे लिचफील्ड की पारी चर्चा में रही जिन्होंने एकदम शुरुआत में ही टीम को मजबूती दी।
जॉर्जिया वॉल और फोएबे लिचफील्ड की साझेदारी
जॉर्जिया वॉल ने अद्भुत बैटिंग की, अपनी पहली सेंचुरी लगाते हुए कुल 101 रन बनाए। वहीं, फोएबे लिचफील्ड ने भी अहम योगदान दिया और 60 रन बनाए। इन दोनों के बीच हुई 130 रन की साझेदारी ने ऑस्ट्रेलिया की नींव मजबूत की और शुरुआती विकटों के नुकसान से बचते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम को एक दिग्गज स्कोर की ओर अग्रसर किया। दोनों ने भारत के गेंदबाज़ों को दबाया और शानदार स्ट्रोक प्ले से फील्डिंग साइड को खूब परेशान किया। उनकी बैटिंग ने एक गहरी छाप छोड़ी।
एलिस पेरी की बर्बादी
ऑस्ट्रेलिया की अनुभवी ऑलराउंडर एलिस पेरी ने भी अपनी छाप छोड़ी। पेरी ने 75 गेंदों में शानदार 105 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया के मजबूत स्कोर में अहम भूमिका निभाई। इस पारी के दौरान उन्होंने चौथे ऑस्ट्रेलियाई महिला खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल किया जिन्होंने वनडे फॉर्मेट में 4000 से अधिक रन बनाए। एलिस की पारी आक्रामकता से भरी हुई थी जिसमें उन्होंने कई मेजर स्ट्रोक खेले। उनका अनुभव और कौशल भारत के लिए परेशानी का सबब बना।
भारतीय गेंदबाज़ी का संघर्ष
उधर, भारत की गेंदबाज़ी अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाई। विशेष रूप से नवोदित ऑफ स्पिनर मिन्नू मणि, जो पहली बार अंतरराष्ट्रीय मंच पर खेल रही थीं, उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाईं और 71 रन देकर दो विकेट निकाल सकीं। हालांकि मणि का प्रयास सराहनीय था, लेकिन उसे ऑस्ट्रेलिया की धुआंधार बल्लेबाजी के सामने अधिक रुकावट नहीं डाल सकीं। गेंदबाज़ी अटैक की योजना और उन्हें लागू करने की रणनीति में कुछ कमी दिखी, जो भारत को भारी पड़ी।
भीषण गर्मी और भारत की चुनौती
ब्रिस्बेन की 35 डिग्री की भीषण गर्मी में भारत के लिए भारी लक्ष्य का पीछा करना आसान नहीं होगा। भारतीय महिला टीम को सीरीज की उम्मीदें बरकरार रखने के लिए इसे जीतना बेहद ज़रूरी है। पहली वनडे में संघर्ष के बावजूद, उन्हें बल्लेबाज़ी में मजबूती लानी होगी। यह मैच भारत की परीक्षा होगी, खासतौर पर शीर्ष क्रम को उन्हें एकजुट होकर प्रदर्शन करना होगा। टीम की अब तक की कमजोरियां सीरीज को भारत के लिए कठिन बना रही हैं।
आने वाली सामरिक जोड़तोड़
इस विशाल लक्ष्य को पार करने के लिए भारत को न सिर्फ आक्रामक खेल दिखाना होगा बल्कि रणनीतिक दृष्टिकोण से भी खेलना होगा। टीम की गहरी योजना और सामर्थ्य का सटीक उपयोग ही उन्हें सही दिशा में ले जा सकता है। बल्लेबाज़ी के साथ-साथ गेंदबाजों को बीच में मिली संदिग्धताओं में सुधार कर लक्ष्य का पीछा करने के लिए अनुकूल माहौल बनाना होगा। भारतीय टीम के लिए यह वक्त दबाव में खूले रुख से खेलने का है।