आपात लैंडिंग: क्या है, कब होती है और कैसे बचें?
जब कोई विमान ज़रूरी कारणों से अपने नियत मार्ग से हटकर तुरंत जमीन या पानी पर उतरता है, तो उसे आपात लैंडिंग कहा जाता है. इस स्थिति में पायलट को जल्दी‑जल्दी सही फैसला लेना पड़ता है, ताकि सभी यात्रियों की जान बचे. आजकल एयरलाइन कंपनियों ने आपात लैंडिंग के प्रोसीजर को बहुत सख्ती से तय किया है, लेकिन फिर भी कभी‑कभी अप्रत्याशित समस्या आती है.
आपात लैंडिंग के मुख्य कारण
सबसे आम कारण हैं इंजन फेल होना, टायर फटना, हाइड्रॉलिक सिस्टम में गड़बड़ी या अचानक मौसम में बदलाव। कभी‑कभी चिकित्सा इमरजेंसी, जैसे किसी यात्री को हार्ट अटैक हो, भी पायलट को सबसे नजदीकी हवाई अड्डे पर उतरने पर मजबूर कर देती है. तकनीकी कारणों के साथ‑साथ इंसानी गलती, जैसे कि नेविगेशन एरर या कम्युनिकेशन लापरवाही भी आपात लैंडिंग का कारण बन सकती है.
आपात लैंडिंग के समय यात्रियों के लिए क्या करें
अगर आप पाते हैं कि फ्लाइट में एम्बरजेंसी आ गई है, तो सबसे पहले पैनिक न करें. पायलट और क्रू का निर्देश सुनें और उससे आगे नहीं बढ़ें. सीट बेल्ट को फिर से कसकर बांधें, क्योंकि लैंडिंग के दौरान झटके लग सकते हैं. यदि एग्ज़िट ओवरहेड खुला है, तो तुरंत निकटतम एग्ज़िट का उपयोग करें, लेकिन घबराकर कार्गो कम्पार्टमेंट में न जाएँ.
आपात लैंडिंग के बाद कई बार एयरपोर्ट या एरियल स्टॉप पर फायर ट्रकों और एम्बुलेंस की मदद से तुरंत मदद पहुँचती है. इसलिए, अगर आप में चोट लग गई हो तो फ़र्स्ट एड किट या क्रू की मदद लेनी चाहिए. सबसे ज़रूरी बात यह है कि आप अपने आसपास के लोगों के साथ मिलकर शांत रहें, क्योंकि सामूहिक रूप से काम करने से निकास तेज़ और सुरक्षित होता है.
अगर आप बार‑बार या कई हफ़्तों में यात्राएं करते हैं, तो कुछ बेसिक चीज़ें अपने साथ रखें: छोटा फ़र्स्ट एड किट, वॉटर बॉटल और एक पावर बैंक. इनसे आप छोटी‑छोटी आपात स्थितियों में खुद को संभाल सकते हैं. साथ ही, एयरलाइन के आपात प्रोटोकॉल को पहले से पढ़ना भी फायदेमंद रहता है; इससे आप समझ पाएँगे कि बोर्ड पर क्या संकेत मिलेंगे और किन बटनों को दबाने की जरूरत है.
भारत में हालिया आपात लैंडिंग की खबरें अक्सर हमारे पोर्टल पर आती रहती हैं। चाहे वह दुबई‑भारत सुपर फोर मैच में तकनीकी गड़बड़ी हो या किसी भारतीय एयरलाइन की घरेलू फ़्लाइट में अचानक एंजिन फ्लेम‑आउट, हम इन घटनाओं को जल्दी से जल्दी अपडेट करते हैं, ताकि आप हमेशा नवीनतम जानकारी के साथ रहें.
अंत में, याद रखें कि आपात लैंडिंग एक दुर्लभ लेकिन संभव घटना है. पायलट और क्रू को इसको संभालने की पूरी ट्रेनिंग दी जाती है, इसलिए बहुत ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है. बस निर्देशों का पालन करें, अपने आप को सुरक्षित रखें और भरोसा रखें कि सबसे बुरे क्षण में भी टीम आपका साथ देगी.
शारजाह जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान संख्या AXB 613, हाइड्रोलिक प्रणाली में खराबी के कारण त्रिची हवाई अड्डे पर आपात लैंडिंग करनी पड़ी। इस उड़ान में 144 यात्री सवार थे और हाइड्रोलिक प्रणाली की विफलता विमान के महत्वपूर्ण कार्यों जैसे लैंडिंग गियर, ब्रेक और फ्लैप्स को प्रभावित करती है। विमान चालक दल ने स्थिति को सावधानीपूर्वक नियंत्रित किया और सभी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की।
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