इमेज राइट्स: क्या है और क्यों है ज़रूरी?
जब हम इमेज राइट्स, फ़ोटो, वीडियो या किसी भी दृश्य सामग्री के मालिक के पास जो कानूनी अधिकार होते हैं की बात करते हैं, तो मुख्य सवाल रहता है — इन्हें कैसे सुरक्षित रखें? यह अधिकार कॉपीराइट, रचनाकार को उसकी रचना पर स्वायत्तता देता है से जुड़ा होता है, पर साथ ही लाइसेंसिंग, अनुमति पत्र जो तय करता है कि सामग्री का उपयोग किस हद तक किया जा सकता है भी तय करता है। आजकल डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म, सोशल मीडिया, स्ट्रीमिंग साइट्स और ऑनलाइन मार्केटप्लेस जैसे स्थान जहाँ इमेज राइट्स अक्सर उल्लंघन होते हैं के कारण इन अधिकारों की निगरानी मुश्किल हो गई है। इस छोटे से परिचय में हम इन चार प्रमुख तत्वों को तोड़‑टोड़ कर समझेंगे, ताकि आप अपनी छवियों को सही ढंग से सुरक्षित रख सकें।
पहले समझते हैं कि इमेज राइट्स किस प्रकार का अधिकार है। सरल शब्दों में बताएं तो, अगर आप कैमरा उठाकर कोई फोटो खींचते हैं, तो वह फोटो आपकी व्यक्तिगत संपत्ति बन जाती है। इस सम्पत्ति को बिना आपकी सहमति के कॉपी, शेयर या व्यावसायिक रूप से इस्तेमाल नहीं किया जा सकता — इसी को इमेज राइट्स कहा जाता है। लेकिन अक्सर लोग सोचते हैं कि इंटरनेट पर कुछ भी मुफ्त में मिल जाता है, इसलिए उसे बिना पूछे इस्तेमाल करना ठीक है। यहाँ कॉपीराइट का नियम कहता है कि मूल रचनाकार को मूल रूप में पहचान और आर्थिक लाभ दोनों का अधिकार है। इसलिए अगर आप किसी का फोटो बिना लाइसेंस के अपने व्यवसाय में इस्तेमाल करते हैं, तो आप कॉपीराइट का उल्लंघन कर रहे हैं, चाहे वह व्यक्तिगत उपयोग हो या व्यावसायिक।
अब बात करते हैं लाइसेंसिंग की। लाइसेंस वही दस्तावेज़ है जो इमेज राइट्स को दूसरों के साथ साझा करने की शर्तें तय करता है। सबसे आम लाइसेंस मॉडल में दो प्रकार होते हैं: एक पेड लाइसेंस, जहाँ आप रचनाकार को एक निश्चित रकम दे कर तस्वीर का अधिकार खरीदते हैं, और दूसरा फ्री लाइसेंस जैसे कि क्रिएटिव कॉमन्स (Creative Commons) जो कुछ शर्तों के तहत मुफ्त उपयोग की अनुमति देता है। क्रिएटिव कॉमन्स में कई विकल्प होते हैं—एट्रिब्यूशन (नाम बताकर उपयोग), नॉन-कॉमर्शियल (व्यापारिक उपयोग नहीं), नॉन‑डेरिवेटिव (बिना बदलाव के) आदि। सही लाइसेंस चुनना इसलिए जरूरी है क्योंकि यह तय करता है कि आपका कंटेंट किस हद तक और किस तरह उपयोग किया जा सकता है।
डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म ने इमेज राइट्स को दो ध्रुवों पर खड़ा कर दिया है। एक ओर, Instagram, YouTube, Facebook जैसे बड़े प्लेटफ़ॉर्म ने रचनाकारों को अपना कंटेंट आसानी से शेयर करने की सुविधा दी है। दूसरी ओर, यही प्लेटफ़ॉर्म अक्सर अनजाने में या जानबूझकर कॉपीराइट उल्लंघन को बढ़ावा देते हैं—किसी की फोटो को बिना क्रेडिट के रीपोस्ट करना, वायरल मीम बनाना आदि। यहां कुछ बुनियादी कदम मददगार होते हैं: हमेशा फोटो के साथ ऑटोराइट टैग लगाएं, EXIF डेटा में कॉपीराइट सूचना भरें, और प्लेटफ़ॉर्म की कॉपीराइट पॉलिसी को समझें। इसके अलावा, यदि आपका कंटेंट बार‑बार चोरी हो रहा है तो आप डिजिटल मिलान सेवाओं (जैसे Google Images — रिवर्स इमेज सर्च) का उपयोग करके अनधिकृत उपयोग का पता लगा सकते हैं।
इमेज राइट्स के प्रमुख उपयोग क्षेत्र
स्पोर्ट्स इवेंट्स में इमेज राइट्स का व्यापार बहुत बड़ा है। IPL, शैम्पियंस लीग या फ़ुटबॉल टुर्नामेंट की तस्वीरें अक्सर टेलीविजन, विज्ञापन और सोशल मीडिया में उपयोग होती हैं। एरिनास की फ़ोटो को ब्रोकरिंग कंपनियां लाखों रुपये में बेचती हैं, क्योंकि विज्ञापनदाता इन छवियों पर ब्रांडिंग करना चाहते हैं। इसी तरह, फ़िल्म उद्योग में फिल्म पोस्टर, सेट फोटो और प्रमोशनल क्लिप की इमेज राइट्स बहुत महंगी होती हैं—इनको किसी भी बिना लाइसेंस के इस्तेमाल करने पर कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ता है। छोटे व्यवसायों के लिए भी यह अहम है; एक खूबसूरत उत्पाद फोटो को ऑनलाइन स्टोर पर दिखाने से पहले सही लाइसेंस प्राप्त करना न भूलें, नहीं तो ब्रांड इमेज को नुकसान पहुँच सकता है।
सामाजिक स्तर पर इमेज राइट्स का महत्व बढ़ रहा है। फ़ोटोग्राफ़र, ब्लॉगर और इन्फ्लुएंसर अपने कंटेंट को आय का स्रोत बनाते हैं। यदि उनका कंटेंट चोरी हो जाता है तो उनकी आय पर सीधे असर पड़ता है। इसलिए कई लोग वाटरमार्क, डिजिटल सिग्नेचर और लाइसेंसिंग प्लेटफ़ॉर्म जैसे Shutterstock, Getty Images या Dreamstime का उपयोग करके अपने काम को सुरक्षित रखते हैं। इस तरह के प्लेटफ़ॉर्म आपको हर डाउनलोड पर रॉयल्टी देते हैं, जिससे आप अपने शौक को पेशे में बदल सकते हैं।
अब आप सोच रहे होंगे कि नीचे की लिस्ट में कौन‑सी खबरें मिलेंगी। इस पेज पर आपको इमेज राइट्स से जुड़ी विभिन्न पहलुओं पर लिखा हुआ मिलेगा—राजनीति में फोटो के उपयोग से लेकर खेल‑इवेंट्स में अधिकारों की लड़ाई, डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर नई नीतियों तक। चाहे आप एक फ़ोटोग्राफ़र हों, कंटेंट क्रिएटर या सामान्य पाठक, इस संग्रह में आपको वही जानकारी मिलेगी जिसकी आपको अपने दृश्य साख को मजबूत करने के लिए जरूरत है। आइए, आगे बढ़ते हैं और देखते हैं कैसे इमेज राइट्स हमारे रोज़मर्रा के डिजिटल जीवन को प्रभावित करती है।
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