स्विग्गी आईपीओ – एक साधारण गाइड
अगर आप खाने‑पिने की ऐप्स के शौकीन हैं तो स्विग्गी का आईपीओ आपके ध्यान में आया होगा. लेकिन आईपीओ क्या होता है, कब खुलेगा, और कैसे लागू करें – इन सब सवालों का जवाब इस लेख में देंगे, बिना झंझट के.
स्विग्गी आईपीओ की मूल बातें
स्विग्गी, जो ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी में दिग्गज है, अपना पहला सार्वजनिक ऑफ़र (IPO) लॉन्च कर रहा है. इसका मतलब है कि कंपनी अपने कुछ हिस्से सार्वजनिक निवेशकों को बेच रही है. यह प्रक्रिया कंपनी को फंड जुटाने में मदद करती है और निवेशकों को कंपनी की भविष्य की वृद्धि में हिस्सा मिलने का मौका देती है.
इसे समझने के लिए सोचिए कि आप अपनी पसंदीदा रेस्टोरेंट की हिस्सेदारी खरीद रहे हैं. स्विग्गी के शेयर खरीदने पर आप कंपनी के एक छोटे हिस्से के मालिक बन जाते हैं और उसके मुनाफ़े का हिस्सा पाने का अधिकार मिलता है.
कब और कैसे करें आवेदन?
स्विग्गी आईपीओ की बुकबिल्डिंग चरण आमतौर पर 2‑3 हफ़्ते चलता है. इस दौरान निवेशक बिड डालते हैं. बिड का मतलब है कि आप कितनी कीमत पर कितना शेयर चाहते हैं. बुकबिल्डिंग के बाद एक फिक्स्ड प्राइस बिडिंग (FPB) होती है, जहाँ आप तय कीमत पर शेयर ले सकते हैं.
आवेदन करने का सबसे आसान तरीका है अपने डीमैट अकाउंट वाले सस्टेनेटेड ब्रोकर की वेबसाइट या मोबाइल ऐप का उपयोग करना. बिड फॉर्म में आपका PAN, बैंक अकाउंट, और किस कीमत पर कितना शेयर चाहिए, ये भरना होता है.
ध्यान रखें, बिडिंग में दो विकल्प होते हैं – “ऑन‑ली” और “ऑफ‑लाइन”. आमतौर पर ऑनलाइन बिडिंग तेज़ और सुरक्षित मानी जाती है.
बिडिंग के बाद allotment (आवंटन) तय होता है. अगर आपका बिड सफल हो जाता है, तो शेयर आपके डीमैट अकाउंट में नजर आएंगे. नहीं तो आपने जमा रक़म वापस पा सकते हैं.
स्विग्गी आईपीओ की कीमत का अनुमान बाजार की मांग और कंपनी के वित्तीय डेटा पर आधारित है. वर्तमान में अनुमानित कीमत ₹3,000‑₹3,300 के बीच है, पर यह बाजार की स्थिति पर बदल सकता है.
कंपनी का प्रोस्पेक्टस पढ़ना न भूलें. इसमें कंपनी की कमाई, खर्च, भविष्य की योजनाएँ, और जोखिम कारक लिखे होते हैं. इससे आप समझ पाएंगे कि शेयर ख़रीदना आपके लिए सही है या नहीं.
यदि आप पहली बार IPO में निवेश कर रहे हैं, तो छोटे बिड से शुरू करें. बाद में जब अनुभव हो जाए, तो आप बड़ी मात्रा में भी लग सकते हैं.
एक बात और – IPO में निवेश में टैक्स की भी सोच रखें. अलॉकेशन के बाद अगर शेयर बेचते हैं तो कैपिटल गेन टैक्स लग सकता है. इसलिए खरीद‑बिक्री के समय टैक्स को भी ध्यान में रखें.
अंत में याद रखें, सभी IPO फायदेमंद नहीं होते. कभी‑कभी शेयर की कीमत लिस्टिंग के बाद गिर सकती है. इसलिए अपना रिस्क मैनेजमेंट प्लान रखें और केवल वह राशि निवेश करें जो आप खोने को तैयार हों.
स्विग्गी का आईपीओ भारतीय स्टॉक्स में नई रफ्तार लाने का मौका दे सकता है. अगर आप इस स्टार्ट‑अप को आगे बढ़ते देखना चाहते हैं, तो ऊपर दिए गए स्टेप्स फॉलो करके अपना बिड लगा सकते हैं.
स्विग्गी का प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (आईपीओ) 6 नवंबर, 2024 को खुलने वाला है और 8 नवंबर, 2024 को बंद होगा। इसे ₹11,700 करोड़ से ₹11,800 करोड़ के बीच निर्धारित किया गया है। इसमें ₹3,750 करोड़ का ताज़ा मुद्दा और 182,286,265 इक्विटी शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव शामिल है। शेयरों को 13 नवंबर, 2024 को स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध किया जाएगा।
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