विराट कोहली और रुतुराज गैकवाड़ ने तोड़ा 15 साल पुराना ODI शुरुआती जोड़ी का रिकॉर्ड, रायपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 195 रन का साझा
रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह इंटरनेशनल स्टेडियम में शुक्रवार को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय (ODI) मैच में विराट कोहली और रुतुराज गैकवाड़ ने एक ऐतिहासिक जोड़ी बनाई — 195 रन का तीसरे विकेट का साझा, जिसने 15 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। यह जोड़ी, जिसने 156 गेंदों में 195 रन जोड़े, पिछले रिकॉर्ड 194 रन को पार कर गई, जो सचिन तेंदुलकर और दिनेश कार्तिक ने 24 फरवरी, 2010 को ग्वालियर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया था। ये दोनों बल्लेबाज़ ने सिर्फ रिकॉर्ड नहीं तोड़ा, बल्कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय लिख दिया।
रुतुराज का धमाकेदार डेब्यू: एक जीवित बल्लेबाजी की कहानी
28 साल के रुतुराज गैकवाड़ ने अपना पहला ODI शतक 77 गेंदों में बनाया — दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारतीय बल्लेबाज़ का दूसरा सबसे तेज़ शतक। सिर्फ 2011 में युसुफ पाथान के 68 गेंदों का शतक इससे तेज़ था। गैकवाड़ ने 83 गेंदों में 105 रन बनाए, 12 चौके और 2 छक्के लगाए। उनकी बल्लेबाजी में एक अजीब सी शांति थी — जैसे वो गेंद को अपने नियंत्रण में रखने के लिए नहीं, बल्कि उसे अपनी बारी में आने देने के लिए इंतज़ार कर रहे हों। तेज़ गेंदबाज़ों के खिलाफ स्विवल पुल्स, स्पिनर्स के खिलाफ इंसाइड-आउट शॉट्स, और बाउंसर्स के खिलाफ स्वीप शॉट्स — सब कुछ बिल्कुल तैयार था। जब दक्षिण अफ्रीका को लगा कि वो रन रेट पर काबू पा गए, तो गैकवाड़ ने बार-बार बाउंड्री लगाकर उनकी योजना बर्बाद कर दी।
विराट कोहली: अभी भी बाकी हैं अनकहे अध्याय
36 साल के विराट कोहली ने 93 गेंदों में 102 रन बनाकर अपना 53वां ODI शतक दर्ज किया — ये उनका 84वां अंतरराष्ट्रीय शतक है। ये शतक उनका लगातार दूसरा था, जिससे उनकी लगातार शतकों की श्रृंखला 11वीं बन गई। ये रिकॉर्ड दुनिया भर में किसी भी बल्लेबाज़ के पास नहीं है। AB डी विलियर्स के 6 लगातार शतकों का रिकॉर्ड भी उनके आगे छोटा पड़ गया। कोहली ने अब चार अलग-अलग टीमों के खिलाफ 7 या अधिक शतक बनाए हैं: श्रीलंका (10), वेस्टइंडीज (9), ऑस्ट्रेलिया (8), और अब दक्षिण अफ्रीका (7)। ये नंबर उन्हें सचिन के बाद दूसरे नंबर पर ला देता है।
क्या था वो लम्हा जब रिकॉर्ड टूटा?
जब भारत 258/3 पर था, तो कोहली 97 पर थे और कप्तान के एल राहुल अभी शून्य पर थे। गैकवाड़ ने 34वें ओवर में दो लगातार बाउंड्री लगाकर अपना शतक पूरा किया। तुरंत कोहली ने उन्हें गले लगा लिया — एक ऐसा भावुक पल जो बस एक शतक के बारे में नहीं, बल्कि एक युवा खिलाड़ी के लिए एक नए युग की शुरुआत के बारे में था। गैकवाड़ ने हेलमेट उतारा, बैट उठाई, और भीड़ के लिए एक झुकाव किया। रायपुर का स्टेडियम गूंज उठा।
टीम का समग्र प्रदर्शन: एक बल्लेबाजी का जश्न
के एल राहुल ने 43 गेंदों में 66* रन बनाकर टीम को 358/5 तक पहुंचाया। रवींद्र जडेजा ने 27 गेंदों में 24* रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका के लिए मार्को जैंसन ने सिर्फ दो विकेट लिए। भारत के लिए ये पहला ODI मैच था जहां दो बल्लेबाज़ों ने एक ही मैच में शतक बनाया — और दोनों ही लगातार मैचों में शतक बना रहे थे। गैकवाड़ ने पहले मैच में रांची में 135 रन बनाए थे। ये एक ऐसा प्रदर्शन था जिसने सबको हैरान कर दिया।
विश्व कप के लिए ये क्यों जरूरी है?
अगले साल दक्षिण अफ्रीका में होने वाले ODI विश्व कप के लिए ये जोड़ी भारत के लिए एक बड़ी खबर है। कोहली का फॉर्म अभी भी बरकरार है, और गैकवाड़ ने अपनी डोमेस्टिक बल्लेबाजी के सारे वादे अंतरराष्ट्रीय मैदान पर पूरा कर दिए। अब ये सवाल नहीं रह गया कि गैकवाड़ क्या कर सकते हैं — बल्कि ये कि वो कितना आगे जा सकते हैं। उनकी बल्लेबाजी का तरीका, उनकी शांति, और उनकी बुद्धिमानी — ये सब विश्व कप के लिए बहुत काम आएगा।
क्या ये रिकॉर्ड अब तक का सबसे बड़ा है?
नहीं। भारत के लिए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सबसे बड़ा जोड़ी का रिकॉर्ड अब ये है। लेकिन विश्व स्तर पर ये अभी भी टॉप 10 में नहीं। ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर और एडम गिलक्रिस्ट ने 200+ का जोड़ा बनाया है। लेकिन ये रिकॉर्ड भारत के लिए एक नए युग की शुरुआत है — जहां एक युवा खिलाड़ी एक दिग्गज के साथ खेलकर इतिहास बना रहा है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या विराट कोहली अब भी विश्व कप के लिए टीम में जगह बना सकते हैं?
हां, बिल्कुल। उनके लगातार दो शतक और अब तक के 84 अंतरराष्ट्रीय शतक उन्हें टीम के लिए अनिवार्य बना देते हैं। उनकी अनुभवी बल्लेबाजी, रन रेट बढ़ाने की क्षमता, और युवा बल्लेबाज़ों के साथ जुड़ने की क्षमता — ये सब विश्व कप के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उनकी फॉर्म अभी भी बेहतरीन है।
रुतुराज गैकवाड़ का ये प्रदर्शन क्यों इतना खास है?
क्योंकि वो अब तक अपनी डोमेस्टिक प्रतिभा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं दिखा पाए थे। ये दो शतक उनके लिए एक बड़ा बदलाव हैं। उनकी बल्लेबाजी की शैली, उनकी शांति, और दबाव में शतक बनाने की क्षमता — ये सब भारत के लिए एक नया भविष्य का संकेत है।
इस जोड़ी ने किस रिकॉर्ड को तोड़ा?
इस जोड़ी ने भारत के लिए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सबसे बड़ा ODI तीसरे विकेट का जोड़ा तोड़ा। पिछला रिकॉर्ड 194 रन था, जो सचिन तेंदुलकर और दिनेश कार्तिक ने 15 साल 9 महीने पहले ग्वालियर में बनाया था। ये रिकॉर्ड 15 साल तक अटूट रहा।
क्या ये दोनों खिलाड़ी अब लगातार शतक बनाने के लिए जाने जाएंगे?
हां। कोहली के पास अब 11 लगातार ODI शतकों की श्रृंखला है — जो किसी भी बल्लेबाज़ के पास नहीं है। गैकवाड़ अभी तक दो लगातार शतक बना चुके हैं, और अगर वो इसी फॉर्म में रहे, तो वो भी इस रिकॉर्ड के लिए अगले नाम हो सकते हैं।
इस मैच के बाद भारतीय टीम का अगला लक्ष्य क्या है?
अगला लक्ष्य दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला जीतना है। अगर भारत तीसरे ODI में जीत जाता है, तो ये श्रृंखला 3-0 से जीत जाएगी — जो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत के लिए पहली बार होगा। इसके बाद विश्व कप के लिए टीम की रणनीति तैयार करना होगा।
क्या ये जोड़ी अब भारत की टीम का आधार बन सकती है?
बिल्कुल। ये दोनों खिलाड़ी एक दूसरे के साथ बेहतरीन केमिस्ट्री दिखा रहे हैं। कोहली की अनुभवी बल्लेबाजी और गैकवाड़ की तेज़ और शांत बल्लेबाजी — ये एक आदर्श संयोजन है। अगर ये जोड़ी विश्व कप तक बनी रहे, तो भारत के लिए ये एक बहुत बड़ा लाभ होगा।