होबार्ट में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर सीरीज 1-1 कर दी, वाशिंगटन सुंदर ने जमकर फिनिश किया
भारत ने 2 नवंबर, 2025 को होबार्ट के बेलेरिव ओवल में ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर पांच मैचों की टी20 सीरीज को 1-1 से बराबर कर दिया। यह जीत दिल्ली में हार के बाद टीम इंडिया के लिए एक बड़ा मोड़ था, जहां बल्लेबाजी का बर्बाद खेल देखकर सवाल उठ रहे थे कि क्या भारत अपनी रणनीति बदल पाएगा। लेकिन होबार्ट में जो दिखा, वो था एक नया भारत — शांत, ताकतवर और फैसले लेने में बेहद आत्मविश्वासी।
ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी: टिम डेविड का आग का तूफान
ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 186 रन बनाए। ट्रैविस हेड और जॉश इंग्लिस जल्दी ही आउट हो गए, लेकिन टिम डेविड ने अपने 38 गेंदों में 62 रन बनाकर मैच का रुख बदल दिया। उन्होंने छह छक्के जड़े — एक ऐसा प्रदर्शन जो बेलेरिव के छोटे मैदान को अपने फायदे में बदल रहा था। उनके बाद मार्कस स्टोइनिस ने शांत रहकर 37 रन दिए, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के लिए असली ताकत नाथन एलिस थे। उन्होंने 4 विकेट लिए, और भारत के बल्लेबाज अभिषेक शर्मा को तीसरी बार इस सीरीज में आउट किया — एक ऐसा आंकड़ा जो अब एक नियम बन गया है।
भारत की चालाक चाल: वाशिंगटन सुंदर का जादू
भारत को 187 रनों का लक्ष्य था, और जब अभिषेक शर्मा और रिषभ पंत जल्दी ही आउट हो गए, तो सबको लगा कि यह मैच फिर से ऑस्ट्रेलिया के हाथ में चला जाएगा। लेकिन यहां आया वो अनपेक्षित मोड़ — वाशिंगटन सुंदर। उन्होंने 23 गेंदों में 49 रन बनाए, जिसमें 6 छक्के और 3 चौके शामिल थे। उनकी बल्लेबाजी इतनी तेज थी कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज एक दूसरे को देखने लगे — क्या ये वाकई एक ऑलराउंडर है जो पहले बार टी20 में इतना धमाकेदार खेल रहा है? उन्होंने 18.3 ओवर में टीम को 188/5 पर पहुंचाया, और जैसे ही आखिरी गेंद पर चौका मारा, पूरा स्टेडियम उठ खड़ा हुआ।
अर्शदीप सिंह और रणनीति का जादू
भारत की जीत का दूसरा स्तंभ था अर्शदीप सिंह। उन्होंने 4 ओवर में 2 विकेट लिए और केवल 22 रन दिए। उनकी गेंदबाजी ने ऑस्ट्रेलियाई टॉप ऑर्डर को दबाकर रखा। यह फैसला भी दिलचस्प था — क्या भारत को एक अतिरिक्त सीमर रखना चाहिए था, जहां मैदान छोटा था? सुर्यकुमार यादव की टीम ने हां कहा। और उस फैसले ने बदल दिया मैच का नतीजा।
सीरीज का बदलता रुख: अब क्या होगा?
इस जीत के बाद सीरीज 1-1 हो गई है, और अब तीन मैच बाकी हैं — एडिलेड, ब्रिस्बेन और सिडनी में। ऑस्ट्रेलिया के लिए अब दबाव बढ़ गया है। उन्होंने अपनी शुरुआत अच्छी की थी, लेकिन अब बल्लेबाजी की अस्थिरता और गेंदबाजी का एक दम से बर्बाद होना उनके लिए चिंता का विषय बन गया है। भारत के लिए यह जीत न सिर्फ आत्मविश्वास बढ़ाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि टीम अब दबाव में भी खेल सकती है।
क्या वाशिंगटन सुंदर अब टीम का गेमचेंजर बन गए?
पिछले छह महीनों में वाशिंगटन सुंदर को बहुत कम मौके मिले। लेकिन आज उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से दुनिया को दिखा दिया कि वो बस एक गेंदबाज नहीं, बल्कि एक ऐसा खिलाड़ी है जो आखिरी 5 ओवर में जीत दिला सकता है। उनकी बल्लेबाजी की औसत इस सीरीज में 112 है — एक ऐसा आंकड़ा जो अभी तक किसी भारतीय ऑलराउंडर ने नहीं बनाया। अगर वो इसी तरह खेलते रहे, तो वो 2026 के विश्व कप के लिए एक अहम चयन बन सकते हैं।
अगले मैच की तैयारी: भारत का राज
अगले मैच के लिए भारतीय टीम को एडिलेड के ग्राउंड पर जाना है, जहां गेंद ज्यादा स्पिन करती है। इसलिए अब बात ये होगी कि क्या उन्होंने अपनी टीम में एक और स्पिनर जैसे कि रविचंद्रन अश्विन को शामिल करने का फैसला किया? या फिर वो वाशिंगटन सुंदर को बल्लेबाजी के लिए टॉप 5 में रखेंगे? यही फैसले अब टीम के भविष्य को तय करेंगे।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
वाशिंगटन सुंदर की बल्लेबाजी ने टीम के लिए क्या बदलाव लाया?
वाशिंगटन सुंदर ने अपने 49 रनों के साथ भारत की जीत को सुरक्षित किया। उनकी बल्लेबाजी की औसत इस सीरीज में 112 है, जो टी20 में एक अद्वितीय आंकड़ा है। उनकी आत्मविश्वास से भरी बल्लेबाजी ने टीम को दबाव में भी जीतने की क्षमता दिखाई। यह उनकी पहली बार टी20 में ऐसा प्रदर्शन था, जिसने उन्हें टीम का गेमचेंजर बना दिया।
अभिषेक शर्मा को नाथन एलिस ने तीन बार क्यों आउट किया?
एलिस की गेंदबाजी की खासियत बाहरी गेंदों को बाहर की ओर ले जाना है, और अभिषेक शर्मा इसी तरह की गेंदों पर ज्यादा आक्रमक खेलते हैं। एलिस ने इस रणनीति को तीनों मैचों में सफलतापूर्वक लागू किया। यह एक अच्छा अध्ययन है कि कैसे एक गेंदबाज एक बल्लेबाज के खिलाफ अपनी ताकत का इस्तेमाल कर सकता है।
होबार्ट के मैदान ने खेल को कैसे प्रभावित किया?
बेलेरिव ओवल का मैदान छोटा है, जिससे छक्के लगने में आसानी होती है। इसलिए टीमों ने बल्लेबाजी के लिए एक्स्ट्रा सीमर्स का चयन किया। भारत ने अर्शदीप सिंह को शामिल करके इस बात का फायदा उठाया। ऑस्ट्रेलिया के लिए यह एक बड़ी चुनौती रही कि उनके गेंदबाज अपनी लाइन-लेंथ को बनाए रखें।
भारत की टीम की अगली रणनीति क्या होगी?
अगले मैच में एडिलेड के स्पिन-फ्रेंडली मैदान पर भारत संभवतः अश्विन या रवी बिश्नोई को शामिल कर सकता है। वाशिंगटन सुंदर को टॉप 5 में रखने का फैसला भी जारी रहेगा। यह टीम अब फ्लेक्सिबल हो गई है — बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में विकल्प बनाने की क्षमता रखती है।