बजट 2024 क्या है? आसान भाषा में समझें
हर साल सरकार अपने खर्च‑पैसे की योजना पेश करती है, जिसे बजट कहते हैं। 2024 का बजट भी कई नई घोषणाओं के साथ आया है। अगर आप जानना चाहते हैं कि इस बजट में आपकी जेब पर क्या असर पड़ेगा, तो पढ़िए आगे। हम मुख्य बातों को सादे शब्दों में बता रहे हैं, ताकि आपको झंझट‑भरे दस्तावेज़ नहीं पढ़ना पड़े।
मुख्य कर बदलाव
सबसे पहले बात करते हैं टैक्स की। इस बजट में व्यक्तिगत आयकर स्लैब में हल्का बदलाव किया गया है – 2.5 लाख से 3 लाख की छूट बढ़ा दी गई है, जिससे मध्यम आय वर्ग को थोड़ा राहत मिलेगी। दूसरी तरफ, हाई‑इनकम टैक्स रेट 30% पर ही रहेगा, लेकिन कुछ नए टैक्स क्रेडिट जोड़े गए हैं, जैसे कि शिक्षा और स्वास्थ्य बीमा पर अतिरिक्त छूट। अगर आप फ्रीलांस या छोटा व्यापार चलाते हैं, तो GST सिंगल‑डॉमी (एक ही दर) की बात भी कही गई है, जो इनपुट टैक्स क्रेडिट को आसान बनाने के लिए है।
सरकारी खर्च की नई दिशा
बजट में खर्च के हिस्से को दो बड़े सेक्टरों में बाँटा गया है: इंफ्रास्ट्रक्चर और सामाजिक कल्याण। सड़कों, हस्पतालों और स्कूलों के लिए 5 ट्रिलियन रुपये अलग रखे गए हैं, जिसका मतलब है कि आपके आसपास नई सड़कें या बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं जल्द ही आ सकती हैं। साथ ही, गरीबों के लिए सीधे बैंक खाता में ट्रांसफर (PM‑जवन, PM‑किशन) को बढ़ाया गया है, और ग्रामीण इलाकों में बिजली‑पानी की कनेक्शन की गति बढ़ाने के लिए विशेष फंड दिया गया है।
इन बदलावों का सीधा असर आपके रोज‑मर्रा के जीवन में पड़ता है। उदाहरण के तौर पर, अगर आप नया मोबाइल या कार ले रहे हैं, तो GST में स्थिरता का मतलब है कि कीमत में बड़े उतार‑चढ़ाव नहीं होंगे। दूसरी ओर, यदि आप छात्र हैं या कोई छात्रावास चलाते हैं, तो शिक्षा में अतिरिक्त टैक्स छूट आपके ट्यूशन खर्च को कम कर सकती है।
बजट 2024 में डिजिटल इंडिया को भी बड़ा बूस्ट मिला है। सरकार ने डिजिटल भुगतान और साइबर सुरक्षा के लिए 1 ट्रिलियन रुपये सुरक्षित किए हैं। इसका मतलब है कि ऑनलाइन शॉपिंग या बैंकिंग अब और भी सुरक्षित और तेज होगी, और छोटे उद्यमियों को भी नई तकनीकों को अपनाने में मदद मिलेगी।
अंत में, याद रखें कि बजट सिर्फ सरकार की योजना नहीं, बल्कि आपका भी मौका है अपनी वित्तीय योजना बनाने का। कर में मिलने वाली छूट, नई सरकारी स्कीम और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को समझ कर आप बेहतर निवेश, बचत और खर्च का प्रबंधन कर सकते हैं। अगर कोई बात अभी भी अस्पष्ट है, तो नीचे कमेंट करके पूछिए – हम यथासंभव मदद करेंगे।
मानसून सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर आरोप लगाए कि उन्होंने उनकी आवाज़ को दबाने की कोशिश की। मोदी ने सांसदों से आग्रह किया कि वे राष्ट्रीय विकास के हित में साथ मिलकर काम करें। उन्होंने बजट 2024 को भारत के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण माना और राजनीतिक दलों के बीच एकता पर जोर दिया। मानसून सत्र की शुरुआत 22 जुलाई को हुई और 12 अगस्त तक चलेगी।
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