डार्क ऑक्सीजन: क्या है और क्यों चाहिए?
आपने शायद सुना होगा "डार्क ऑक्सीजन" शब्द, पर अक्सर इसका मतलब साफ़ नहीं होता। असल में यह एक ऐसी तकनीक है जहाँ कम रोशनी या रात के माहौल में ऑक्सीजन का सेवन किया जाता है, जिससे शरीर को आराम मिलता है और ऊर्जा बढ़ती है। बहुतेरे लोग इसे फिटनेस, नींद सुधार और सामान्य स्वास्थ्य के लिये आज़मा रहे हैं।
डार्क ऑक्सीजन कैसे काम करती है?
साधारण ऑक्सीजन सेक्शन में हवा में 21% ऑक्सीजन होती है। डार्क ऑक्सीजन में हम इसे एक विशेष फिल्टर या मशीन के ज़रिये बढ़ाते हैं, तब इसे कम रोशनी वाले कमरे में या सोते समय इस्तेमाल किया जाता है। कम रोशनी पिचेज़ी हॉर्मोन (मेलाटोनिन) को संतुलित करती है, जिससे शरीर आराम महसूस करता है और ऑक्सीजन के अतिरिक्त लाभ मिलते हैं।
कौन‑से लाभ मिलते हैं?
1. बेहतर नींद – रात में डार्क ऑक्सीजन लेने से मेलाटोनिन की रेलेज़ बढ़ती है, जिससे जल्दी सोना और गहरी नींद मिलती है।
2. ऊर्जा स्तर बढ़ता है – ऑक्सीजन की उच्च मात्रा से मांसपेशियों को जल्दी ऊर्जा मिलती है, इसलिए वर्कआउट के बाद या सुबह उठते ही थकान कम महसूस होती है।
3. मानसिक स्पष्टता – दिमाग को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलने से फोकस और एकाग्रता में सुधार आता है। यह पढ़ाई या काम के दौरान बहुत मददगार होता है।
4. इम्यूनिटी बूस्ट – नियमित उपयोग से रक्त में सफेद रक्त कोशिकाओं की मात्रा बढ़ती है, जिससे रोगों से लड़ने की क्षमता सुधरती है।
5. तनाव कम करना – डार्क ऑक्सीजन के साथ आरामदायक माहौल तनाव हार्मोन को घटाता है, जिससे आप शांत महसूस करते हैं।
इन सभी लाभों को पाने के लिये आपको महँगी मशीन की जरूरत नहीं। छोटे पोर्टेबल डिवाइस या घर में बने आसान सेट‑अप से भी डार्क ऑक्सीजन का असर मिल सकता है। बस ध्यान रखें कि दिन में 15‑20 मिनट, सोते समय या व्यायाम के बाद इस्तेमाल करना पर्याप्त है।
अगर आप शुरू से ही इसे अपने रूटीन में शामिल करना चाहते हैं, तो सबसे पहले एक भरोसेमंद डिवाइस चुनें और कमरे की रोशनी को मंद करें। कुछ लोग इसे आँखों के नीचे रखकर या नाक के माध्यम से इनहेल करते हैं – जो भी तरीका आपके लिये आरामदायक हो। याद रखें, कोई भी नई हेल्थ प्रैक्टिस शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर रहता है, खासकर अगर आपके पास पहले से कोई स्वास्थ्य समस्या हो।
तो, अगली बार जब आपको थकान या नींद में दिक्कत लगे, तो डार्क ऑक्सीजन को आज़माइए। इसे नियमित बना लीजिए और आप देखेंगे कि आपका दिन और रात दोनों ही ज्यादा ऊर्जावान और आरामदायक बनते हैं।
नए शोध ने यह प्रमाणित किया है कि गहरे महासागर की तलहटी पर धातुमय नोड्यूल्स बिना प्रकाश के ऑक्सीजन उत्पन्न कर सकते हैं। यह खोज स्कॉटलैंड की मरीन साइंस एसोसिएशन द्वारा की गई और इसका अध्ययन क्लैरियन-क्लिप्पर्टोन ज़ोन में किया गया। इस खोज के महत्वपूर्ण पर्यावरणीय और औद्योगिक प्रभाव हो सकते हैं।
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