कैंसर उपचार: क्या करें और कैसे शुरू करें
कैंसर का नाम सुनते ही दिमाग़ में डर और उलझन आ जाती है, लेकिन सही जानकारी और समय पर कदम उठाने से बहुत कुछ बदल सकता है। इस लेख में हम सरल भाषा में बताएँगे कि कैंसर के लक्षण कैसे पहचानें, डॉक्टर को कब दिखाएँ और सबसे आम इलाज के विकल्प क्या‑क्या हैं। पढ़ते‑पढ़ते आप अपने या किसी परिचित के लिए मददगार कदम तय कर पाएँगे।
पहला कदम: लक्षणों को पहचानें
कैंसर अक्सर धीरे‑धीरे शरीर में बदलाव लाता है। अगर आपको या किसी को इनमें से कोई संकेत दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए:
- बिना कारण के वजन घटना या भूख में कमी।
- स्थायी दर्द, खरोंच या सूजन जो ठीक नहीं होती।
- त्वचा या मौखिक म्यूकोसा पर गांठ, निशान या बदलते रंग।
- खाँसी, आवाज़ में बदलाव या सांस लेने में दिक्कत, खासकर धूम्रपान करने वाले लोगों में।li>
- बदलते पेट या मल में रक्त, या लगातार पेट में सूजन।
इन लक्षणों को नजरअंदाज़ नहीं करना चाहिए, क्योंकि शुरुआती चरण में कैंसर का इलाज ज्यादा सफल रहता है। डॉक्टर अक्सर बायोप्सी, इमेजिंग (जैसे CT, MRI) या रक्त परीक्षण से पुष्टि करते हैं।
उपलब्ध इलाज के प्रकार
डॉक्टर के पास कई तरह के उपचार होते हैं, और अक्सर एक से अधिक मिलाकर उपयोग किया जाता है। यहाँ मुख्य विकल्पों की छोटी‑छोटी जानकारी:
सर्जरी – ट्यूमर को हटाने के लिए सबसे पुराना तरीका है। अगर कैंसर सीमित हिस्से में है, तो डॉक्टर ट्यूमर और आसपास के कुछ टिश्यू को निकाल सकते हैं। सर्जरी के बाद अक्सर कीमो या रेडिएशन थैरेपी की जरूरत पड़ती है, ताकि बचे हुए कैंसर कोशिकाएँ न रह जाएँ।
कीमोथेरेपी (रसायन उपचार) – दवाओं से कैंसर कोशिकाओं को मारते या उनकी वृद्धि रोकते हैं। ये दवाएँ मौखिक टैबलेट, इंजेक्शन या इंट्रावीनस पंप से दी जा सकती हैं। कीमोथेरेपी कई साइकिल में दी जाती है, और साइड‑इफ़ेक्ट्स जैसे थकान, उल्टी या बालों का गिरना सामान्य है, लेकिन डॉक्टर एंटी‑नॉसेस दवाएँ और सपोर्ट के साथ इन्हें संभालते हैं।
रेडियोथेरेपी – उच्च‑ऊर्जा किरणों से ट्यूमर को नष्ट किया जाता है। यह बाहरी (बाहरी बीम) या अंदरूनी (ब्रैकीथेरेपी) रूप में हो सकता है। सत्र आमतौर पर हफ़्ते में कई बार होते हैं, और उपचार के बाद त्वचा में मामूली जलन या थकान हो सकती है।
टार्गेटेड थैरेपी – यह दवाएँ विशेष तौर पर कैंसर कोशिकाओं के भीतर मौजूद कुछ प्रोटीन या जीन को रोकती हैं। इससे सामान्य कोशिकाओं पर असर कम होता है और साइड‑इफ़ेक्ट्स कम होते हैं।
इम्यूनोथेरेपी – रोग प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत करके कैंसर से लड़ने में मदद करती है। यह बायोलॉजिकल दवाओं (जैसे चेकपॉइंट इनहिबिटर) के रूप में दी जाती है, जो शरीर को स्वयं कैंसर को पहचान कर नष्ट करने में मदद करती हैं।
इन सभी तरीकों के अलावा, जीवनशैली में बदलाव भी इलाज का हिस्सा है। नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और तनाव कम करने से उपचार के परिणाम बेहतर होते हैं। कुछ रोगियों को पोषण विशेषज्ञ, मनोवैज्ञानिक या सपोर्ट ग्रुप की मदद भी लेनी चाहिए।
यदि आपको कैंसर का संदेह है, तो तुरंत अपॉइंटमेंट बुक करें, सभी लक्षणों की सूची तैयार रखें और डॉक्टर से खुलकर बात करें। याद रखें, जल्दी पहचान और सही उपचार से बहुत से मामलों में पूरी तरह ठीक भी हो सकता है।
रविवार, 14 जुलाई 2024 को केट मिडलटन, वेल्स की राजकुमारी, ने कैंसर की घोषणा के बाद विंबलडन में अपनी दूसरी सार्वजनिक उपस्थिति दर्ज की। वह अपनी 9 वर्षीय पुत्री, राजकुमारी चार्लोट के साथ मौजूद थीं और उन्हें सेंटर कोर्ट के दर्शकों से खड़ा होकर सम्मान मिला।
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