गैस सिलेंडर विस्फोट – कारण, बचाव और सुरक्षा उपाय
विस्फोट के मुख्य कारण
गैस सिलेंडर अक्सर घरों में खाना बनाने या हीटर चलाने के लिए इस्तेमाल होते हैं। लेकिन अगर सिलेंडर को सही तरीके से नहीं संभाला जाता, तो गंध, दबाव या प्रज्वलन स्रोत से विस्फोट हो सकता है। सबसे आम कारण है सिलेंडर का तेज़ी से गर्म होना, जैसे कि खुली चिंगारी या तेज़ धुएँ के पास रखना। दूसरे कारण में पुराना या जंग लगा सिलेंडर, वाल्व का रुक जाना, या सिलेंडर की नली में लीकेज शामिल हैं। अक्सर लोग सिलेंडर को सीधे धूप में या एसी के पास रख देते हैं, जिससे अंदर का दबाव बढ़ जाता है और अंत में विस्फोट होता है।
रोकथाम के आसान उपाय
सुरक्षा के लिए सबसे पहला कदम है सिलेंडर को ठंडी, हवादार जगह पर रखना। इसे किसी भी खुली आग, गैस चूल्हे या सिगरेट के पास नहीं रखना चाहिए। सिलेंडर को कभी भी सीधे धूप में या गर्मी वाले कमरे में नहीं रखना चाहिए। इस्तेमाल से पहले गैस की गंध पर ध्यान दें; अगर गंध में तीखी या असामान्य बदलाव दिखे तो तुरंत सिलेंडर को बंद कर दें और तकनीशियन बुलाएँ।
सिलेंडर को हमेशा सही वॉल्व और नली के साथ जोड़ें, और कनेक्शन को कसकर टाइट रखें। अगर नली या वाल्व में कोई रिसाव दिखे, तो उसे बदलना ही सबसे सुरक्षित विकल्प है। सिलेंडर को कभी भी गिराना या झटकना नहीं चाहिए; अगर शारीरिक चोट लगती है तो तुरंत उपयोग बंद कर दें। साथ ही, रेगुलर सर्विसिंग करवाना भी जरूरी है; साल में एक बार प्रेशर टेस्ट करवा लें।
घर में गैस का इस्तेमाल करते समय हमेशा एक डिटेक्टर रखें जो लीक को जल्दी पहचान सके। अगर डिटेक्टर बजता है तो तुरंत गैस सप्लाई बंद कर दें, सभी खिड़कियां खोलें और कमरे से बाहर निकलें। आपातकाल में अग्निशामक उपकरण, जैसे नॉन-लीन फ़ायर एक्स्टिंगुइशर, के पास रखिए और उसका उपयोग कैसे करना है, इसका अभ्यास समय-समय पर करें।
विस्फोट की स्थिति में क्या करें? सबसे पहले, शांति बनायें रखें और तुरंत गैस वाल्व बंद करें। अगर सिलेंडर बहुत गर्म हो गया हो, तो उसे हाथ से न छुएँ; आसपास की सभी चीज़ें हटाएँ और किसी को भी बोला न दें कि वह इसे मोड़ने की कोशिश करे। बाहर निकलेँ और 999 या स्थानीय आपातकालीन नंबर पर कॉल करें। यदि आग लग गई हो, तो दूर से ही फायर ब्रिगेड को सूचित करें और खुद से जलने की कोशिश न करें।
पहली मदद में, यदि कोई व्यक्ति गैस के कारण सांस में कठिनाई या उल्टी महसूस कर रहा हो, तो तुरंत ताज़ी हवा में ले जाएँ। यदि आंखों में गैस लग गई हो, तो साफ़ पानी से 15 मिनट तक धोएँ। अगर कोई बुरा असर दिखे, तो एम्बुलेंस बुलाना सबसे सुरक्षित कदम है।
इन सरल नियमों को अपनाकर आप गैस सिलेंडर विस्फोट की संभावना को काफी घटा सकते हैं। याद रखें, गैस की शक्ति बड़ी है, लेकिन उससे निपटने की जिम्मेदारी भी बड़ी है। हर घर में एक छोटा सुरक्षा प्लान बनाएं और सभी परिवार वालों को उसकी जानकारी दें। इससे न केवल अपघात बचेंगे, बल्कि आपातकाल में तेज़ और सही प्रतिक्रिया भी मिल पाएगी।
प्रयागराज के महाकुम्भ में रविवार को सेक्टर 19 में एक गैस सिलेंडर के विस्फोट के कारण भयंकर आग लग गई। आग गीता प्रेस के कैंप के रसोईघर में चाय बनाने के छोटे सिलेंडर से लीक होकर आस-पास के टेंट तक फैल गई। करीब 40 झोपड़ियों और छह टेंट को उसकी लपटों ने अपने आगोश में ले लिया। अग्निशमन टीमों, NDRF, और SDRF के संयुक्त प्रयास से इस आग पर नियंत्रण पाया गया।
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